BADI NEWS : क्यो तेज ठंड में मुरझाने लगती है तुलसी का पौधा? जानें इसे सूखने से बचाने के तरीके, पढें खबर
जयपुर l सनातन धर्म में तुलसी का बहुत महत्व है। यही कारण है कि हर घर में आज भी तुलसी का पौधा लगा होता है। हर शाम तुलसी के समक्ष दीपक जलाने की परंपरा भी निभाई जा रही है। धार्मिक व औषधीय महत्व के कारण असमय तुलसी के पत्ते तक तोडना वर्जित है। हालांकि कई बार तुलसी सूखने लगती है, प्राय: तेज ठंड में तो इसके पौधे मुरझा जाते हैं।
इस मौसम में तुलसी के पौधे को विशेष देखभाल की जरूरत होती है। कुछ खास तरीके अपनाकर तुलसी को सूखने से बचाते हुए सुरक्षित किया जा सकता है। तुलसी को सर्द हवा और कोहरे से बचाना चाहिए। जब तेज ठंड शुरू हो जाए तो तुलसी का गमला यथासंभव खुले से हटाकर घर के अंदर कर लें। तुलसी को शीत लहर से बचाने के लिए एक भारी चुनरी ओढ़ा दें।
इस उपाय से तुलसी का पौधा ठंड के कारण नहीं कुम्हलाएगा। ठंड के मौसम में तुलसी के नीचे सुबह भी दीपक जलाएं. जलते हुए दीपक की गरमी से तुलसी का पौधा ठंड से बचेगा। ठंड में तुलसी के पौधे में ठंडा पानी नहीं बल्कि हल्का सा गुनगुना पानी डालें। पानी में थोड़ा सा कच्चा दूध मिलाकर सींचने से तुलसी के पौधों में नमी बनी रहती है।
तुलसी सूखने लगे तो सबसे पहले उसपर लगी मंजरी तुरंत हटा देना चाहिए। सूखी मंजरी लगी रहने से तुलसी के पौधे को नुकसान होता है। सूखी मंजरी हटा देने पर तुलसी का पौधा फिर से विकसित होने लगता है। मान्यता है कि तुलसी में सूखी मंजरी लगी रहने पर घर के लोग मानसिक रोगों से घिरने लगते हैं।