BIG EXCLUSIVE : पेट्रोल हुआ 90 के पार, सोई हुई है सरकार, कांग्रेस है नाकाम, परेशान जनता, जिला कांग्रेस में निष्क्रिय लोगो की नियुक्ति,नहीं कर पा रहे विरोध, पूर्व सांसद नटराजन को अपनी पसंद छोड़ ये करना होगा काम, पढें खास खबर
नीमच। निरंतर बड रही महंगाई, निरंतर बड रहे पेट्रोल डीजल के दाम के चलते आमजनता का जीना दुश्वार होता जा रहा है। व्यक्ति क्या खाये क्या कमायें इसी उधेडबुन में अपना जीवन जी रहा है। सरकार का किसी भी प्रकार से कोई विरोध नही होने से उसमें बैठे जनप्रतिनिधियों के हौंसले बुलंद है और वे बेखौफ हो निरंतर महंगाई बडाने में व्यस्त है जिससे प्रदेश सहित नीमच जिले की आमजनता की कमर टूटने लगी है। केन्द्र की भाजपा व प्रदेश सरकार खाद्य पदार्थो सहित पेट्रोल डीजल के भाव बड़ाने में व्यस्त नजर आ रही है वहीं प्रदेश सहित नीमच जिले में विपक्ष की भूमिका निभाने वाली कांग्रेस पार्टी के पदाधिकारियों की निष्क्रियता के कारण हालात और बदतर होते जा रहे है। आमजनता की आवाज कौन उठाये, आमजनता महंगाई से परेशान हो रही है खाद्य सामानों मे निरंतर बड रही महंगाई से आमजनता का घर चलाना मुश्किल हो गया है वहीं पेट्रोल 90 के पार और डीजल के भाव बड़ने से लोगो के वाहन घर के लिये शोपीस बनने की कगार पर आ खडे है।
कांग्र्रेस पार्टी की निष्क्रियता के कारण सरकार की जनविरोधी नीतियों का कोई विरोध नहीं हो पा रहा है। ऐसे में सरकार में बैठै जनप्रतिनिधियों के हौंसले बुलंद है और वे निरंतर महंगाई रूपी वार से आमजनता की आर्थिक रूप से कमर तोड़ने पर तुले है। निरंतर बड रही महंगाई से हालात इतने बदतर होते जा रहे है कि कई लोगो का परिवार चलाना मुश्किल ही नही नामुमकीन होता जा रहा है।
कई ऐसे परिवार है जिनके मुखिया 12-12 घंटे काम करके 5 हजार से 10 हजार रूपये महीने तक कमा रहे है ऐसे में उनका परिवार का पालन पोषण करना बहुत कठिन हो गया है। सरकार की योजनाएं है वे गरीबों के लिये है गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले जिनका पुख्ता सबूत राशन कार्ड होता है उनके लिये होती है देखा गया है कि नीमच जिले में ऐसे कई परिवार है जो गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन कर रहे है लेकिन उनके पास बीपीएल राशन कार्ड नहीं है। वहीं केन्द्र व प्रदेश में बैठी सरकार निरंतर महंगाई बडा रही है जिससे आमजनता के हालात खराब हो रहे है।
जिस कांग्रेस को विपक्ष की भूमिका निभाना चाहिये उनके पदाधिकारी कुंभकर्णी नींद मंे सोये हुए है। कांग्रेस के आलाकमान ने नीमच जिले में ऐसे लोगो को मुख्य पदो पर बिठाया है जिनको विपक्ष क्या होता है विरोध कैसा होता है ये पता तक नहीं वे पद लेकर घर बैठकर पद का सम्मान बडा रहे हैं। वे कागजो में जरूर अपना विरोध दर्ज करवाते है। इसमें सबसे बडा दोषी कांग्रेस का हाईकमान है जो ऐसे लोगो को जिन्हें संगठन चलाना नहीं आता है और जनविरोधी नीतियों का विरोध करना नहीं आता है ऐसे लोगो को सिफारिश से जिलाध्यक्ष, प्रदेश में बडे बडे पद दे देता है। कांग्रेस की सबसे खराब हालातो के जिम्मेदार कांग्रेस में निष्क्रिय लोगो की नियुक्ति करने वाले है।
कांग्रेस का साधारण कार्यकर्ता बहुत कुछ चाहता है लेकिन वो क्या करे जिला एवं ब्लाक कांग्रेस के पदाधिकारी गहरी निंद्रा में सोये हुए है। ऐसे में कांग्रेस का भला नहीं हो सकता है यदि कांग्रेस पार्टी जनविरोधी नीतियों का विरोध सडको पर करेगी आमजनता के बीच जाकर उनकी आवाज उठायेगी तो कांग्रेस की स्थिति मजबूत होगी और आने वाले चुनावों में कांग्रेस को फायदा होगा। साथ ही कांग्रेस में निष्क्रय लोगो की छुट्टी करना आवश्यक हो गया है। कांग्रेस के ही कुछ लोगो ने बताया कि पूर्व सांसद मीनाक्षी नटराजन को यह मतलब नहीं होता है कि वो संगठन में जिसकी नियुक्ति करवाती है वो कांग्रेस के लिये कांग्रेस क मजबूती के लिये कांग्रेस की एकता के लिये कार्य कर पायेगा या नहीं। पूर्व सांसद को तो बस उनका उद्देश्य पूरा करना होता है वो जो चाहती है बस वो करती है चाहे उससे कांग्रेस पार्टी को फायदा मिले या नहीं उससे मतलब नहीं रहता है। पूर्व सांसद मीनाक्षी नटराजन को अपने उसूलो को अलग रखते हुए काग्रेस पार्टी की मजबूती के लिये ऐसे लोगो को आगे लाना होगा तो कांग्रेस के लिये जमीनी स्तर पर सडको पर दमदारी से आमजनता की लडाई लड सके वहीं आने वाले चुनावों में कांग्रेस के ऐसे लोगो को टिकिट देना होगा जो दमदारी से सीट निकालने का दम रखता हो। कांग्रेस के प्रबुद्ध लोगो ने चर्चा मंे बताया कि ऐसा नहीं होना चाहिये कि पूर्व सांसद की पसंद का व्यक्ति हो चाहे उसे पड़ोसी ही ना जाने पर वो उसे टिकिट दिलवा दे यदि यही स्थिति रही तो कांग्रेस एक याद बनकर रह जायेगी। पूर्व सांसद को अपनी हठधर्मिता छोड़कर कांग्रेस में जमीनी और दमदार लोगो को आगे लाना होगा चाहे वो उनके गुट का हो या न हो। जिससे कांग्रेस जमीनी स्तर पर मजबूत हो पायेगी और आने वाले चुनावों में उसका फायदा मिलेगा।