BREAKING NEWS : पुलिया से टकराया अनियंत्रित वाहन, दर्जन भर लोग घायल, दो की हालत गंभीर, पढ़े खबर
गोरखपुर। गोरखपुर से गोपालपुर मार्ग में आए दिन वाहन चालक हादसे का शिकार हो रहे हैं। सोमवार की दोपहर भी एक ऐसा हादसा प्रकाश में आया है। जिसमें यात्रियों से भरा चार पहिया वाहन पुल में टकरा जाने से दर्जन भर लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। कुछ घायलों को राहगीरों की मदद से कस्बा के अस्पताल पहुंचाया गया जबकि गोरखपुर के सरकारी अस्पताल में डॉक्टर की बैठक नहीं होने के कारण अन्य घायलों को 100 वाहन में बैठाकर सीधा गाड़ासरई के सरकारी अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उनका इलाज जारी हैं। जानकारी के अनुसार करंजिया विखं के अंतर्गत ग्राम पंचायत मानिकपुर के आवास टोला में निर्माणाधीन सड़क की पुलिया में यात्रियों से भरा वाहन पुलिया से टकरा गया। दुर्घटना में लगभग एक दर्जन यात्री घायल हुए हैं जबकि दो यात्रियों की स्थिति नाजुक बनी हुई हैं। दुर्घटना के समय वाहन में खचाखच सवारी भरी थी। यात्रियों की चीख पुकार सुनकर ग्रामीण उन्हें बचाने दौड़े और वाहन से बाहर निकाला। जानकारी के मुताबिक वाहन गोपालपुर की ओर से यात्रियों को लेकर गोरखपुर के साप्ताहिक बाजार आ रहा था। इसी बीच मानिकपुर आवास टोला के पास निर्माणाधीन सड़क में नये पुलिया का निर्माण कार्य चल रहा हैं जहां चालक वाहन को काबू नहीं कर पाया और लापरवाही पुर्वक गाड़ी चलाते हुए सीधा पुलिया से टकरा दिया। घटना की सूचना पर गाड़ासरई थाना का पुलिस बल मौके पर पहुंच कर घायलों को उपचार के लिए रवाना कर आगे की जांच कार्रवाई में जुट गया। घायलों का चिकित्सालयों में इलाज कराया जा रहा है।
इन्हे आई चोंट
सोमवार की दोपहर हुए हादसे में दयावती डमर सिंह धुर्वे को सर में चोट लगने से अधिक रक्तस्त्राव हो रहा था। सरिता मरावी पति नेमसिंह मरावी उड़ारझोड़ी, रामकेशर सम्मेलाल को गंभीर चोंट लगने की वजह से स्थिति गंभीर बनी हुई हैं। जबकि मलिया केहरसिंह प्रधान झनकी को हाथ में चोट लगी हैं। इसी तरह केश बाई पति ज्ञानसिंह झनकी, रामकेशर पति सम्मेलाल सैलवार, सुरेंद्र पिता यशवंत सैलवार, हीरा सिंह पिता बजारी सिंह परसवाह सोपना, टीकाराम पट्टा विठलदेह, मोहवती सूरज धुर्वे झनकी, कृष्णा सूरज धुर्वे झनकी, गोलू रामभजन धुर्वे झनकी भी चोंटिल हुए हैं।
डायवर्सन मार्ग में नहीं लगे संकेतक
गौरतलब हैं कि गोरखपुर से गोपालपुर तक निर्माणाधीन सड़क में पुल पुलियों का भी निर्माण कार्य चल रहा हैं और वाहनों के आने जाने के लिए डायवर्सन मार्ग बनाया गया है। लेकिन वाहन चालकों के लिए डायवर्सन मार्ग से आवागमन करने के लिए किसी तरह का बोर्ड लगाया गया हैं और न ही कोई संकेतक चिन्ह हैं। इस कारण वाहन चालक भ्रमित होकर दूर्घटना के शिकार हो रहे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि यदि डायवर्सन मार्ग में बेरीकेट या स्टापर रख दिया जाता तो शायद आज यह हादसा नहीं होता। घटना के बाद ग्रामीणों के मन में रोष भी नजर आया। ग्रामीण बता रहें थे कि यहां परिवर्तित मार्ग में रोजाना दोपहिया वाहन चालक गिर जातें हैं। लेकिन जवाबदारों के कानों में जूं नहीं रेंग रही हैं। जिसका खामियाजा वाहन वाले भुगत रहें हैं। जबकि सैकड़ों की तादाद में रोजाना छोटे बड़े वाहनों का आवागमन इस मार्ग से होता हैं।