REPORT: बंदूक का लाइसेंस महंगा, अब 30 के बजाय 500 रुपए लगेंगे नवीनीकरण में, पढें नये नियम मे क्या आये बदलाव
सरकार ने बंदूक नवीनीकरण की फीस में बढोतरी कर दी है। एमएल गन की फीस 30 रुपए से बढ़ाकर सीधे 500 रुपए कर दी गई। ऐसे में कुछ लोगों को बंदूक रखना महंगा लगने लगा है। चित्तौडगढ जिले में अब तक करीब 90 लोग बंदूक जमा कराने का आवेदन कर चुके हैं। हालांकि कई बंदूकधारी बढ़ी हुई फीस भी जमा कराकर लाइसेंस नवीनीकरण में जुटे हैं। करीब 550 लोग नवीनीकरण के लिए आवेदन कर चुके हैं।
सरकार ने शस्त्र लाइसेंस नवीनीकरण की फीस में कई गुना बढ़ोतरी कर दी है। पहले एमएल गन नवीनीकरण के लिए 30 रूपए प्रति वर्ष लिया जाता था। अब यह एक साल का 500 रूपए कर दिया। तीन साल के लिए पंजीयन शुल्क 100 रूपए के साथ कुल 1600 रूपए नवीनीकरण राशि ली जा रही है। बीएल गन के नवीनीकरण शुल्क में भी भारी बढोतरी की गई है। शस्त्र लाइसेंसधारी इन दिनों नवीनीकरण या शस्त्र सरेंडर करने के लिए संबंधित एसडीएम आफिस में प्रार्थना पत्र दे रहे हैं। पिस्टल और रिवाल्वर के लिए आवेदन कलेक्ट्रेट में ही दिए जा रहे हैं। चित्तौड़गढ़ एसडीएम आफिस में अब तक 30 लोगों ने बंदूक का नवीनीकरण और पांच लोगों ने बंदूक जमा करवाने का आवेदन किया है। जिले में करीब 700 लोगों को पिस्टल रिवाल्वर राइफल के लाइसेंस जारी है। इसमें से अब तक दो व्यक्ति रिवाल्वर सरेंडर करने के आवेदन कर चुके हैं। 120 लोगों ने नवीनीकरण के आवेदन किए हैं।
रिवाल्वर पिस्टल राइफल नवीनीकरण के आवेदन अाने पर पहले पुलिस थाने को सूचना भेजकर जानकारी मांगी जा रही है। थाने से रिपोर्ट आने पर ही आगे कार्रवाई की जा रहा है। अब तक बेगूं में 109 बड़ीसादड़ी में 98 भदेसर में 124 कपासन में 170 निम्बाहेड़ा में 63 लोगों ने नवीनीकरण का आवेदन कर दिया है। वहीं भदेसर में दो बेगूं में 24 कपासन में सात चित्तौड़गढ़ में पांच तथा बड़ीसादड़ी में पांच लोगों ने हथियार जमा कराने के आवेदन किए हैं।
यह है नियम
हर तीन साल में बंदूक नवीनीकरण करवाने का नियम है। नवीनीकरण नहीं कराने पर बाद में पैनल्टी के साथ शुल्क जमा होता है। देरी का कारण भी बताना पड़ता है। नवीनीकरण की अंतिम तिथि 31 जनवरी है।