नीमच। आज नीमच की कृषि उपज मंडी में अफीम किसान संघर्ष समिति से जुड़े मध्य प्रदेश और राजस्थान के अफीम किसानों ने लामबंद होकर अपनी मांगों के लिए हुंकार भरी। अफीम किसानों द्वारा बैठक के माध्यम से मांग की गई कि किसानों के 97-98 के जो पट्टे निरस्त कर दिए गए थे उन्हें बहाल किया जाए। सीपीएस पद्धति को हटाने को लेकर भी किसानों ने मुखर होकर मीटिंग में आवाज उठाई।
अफीम किसानों का कहना था कि उन्हें वर्तमान में जो अफीम का मूल्य मिल रहा है वह बहुत ही कम है। मानकता के आधार पर अफीम के मूल्य में 5 गुना तक वृद्धि की जाए। किसान नेताओं ने कहा कि हमारी वर्षों से यह मांग लंबित है जिस पर केंद्र सरकार की ओर से कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। केवल किसान हितों की बातों का ढिंढोरा पीटा जाता है। किंतु अफीम किसानों की जायज मांगों को लेकर सरकार की ओर से कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है।
किसान नेताओं ने कहा कि उनके द्वारा 6 मांगों को लेकर लगातार आवाज उठाई जा रही है। जिसमें से समान आरी का रकबा, मार्फिन औसत कम करना और घटिया सस्पेक्ट पट्टे बहाल करने की मांगे मान ली गई। लेकिन बाकी की मांगे अभी भी जस की तस है। किसानों द्वारा पोस्ता मंडी चालू करने की भी अपील की गई।
बैठक के दौरान भारतीय अफीम किसान संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरसिंह दास वैष्णव बैरागी, संरक्षक मांगीलाल बिलोट, महासचिव भोपाल सिंह, नीमच जिला अध्यक्ष परसराम मीणा, मंदसौर जिला महासचिव रामचंद्र डांगी एवं मालवा मेवाड़ के अफीम किसान बड़ी संख्या में मौजूद रहे।