NEWS : डॉ मृत्युञ्जय तिवारी ने कहा- रवि पुष्य सहित चार शुभ योगों में दरिद्रता नाशक माघी पूर्णिमा, चन्द्रमा को अर्घ्य लक्ष्मी पूजा के साथ सोना खरीदने का श्रेष्ठ समय, पढ़े रेखा खाबिया की खबर
चित्तौड़गढ़। भारतीय मासों में माघ माह का अधिक महत्व है। इसमें भी माघ महीने की पूर्णिमा का बहुत महत्व है। 5 फरवरी को माघ पूर्णिमा है। इस दिन कई शुभ योग बन रहे हैं। श्रीकल्लाजी वैदिक विश्वविद्यालय के ज्योतिष विभागाध्यक्ष डॉ मृत्युञ्जय तिवारी ने बताया कि माघ पूर्णिमा के दिन पवित्र नदियों में स्नान और दान करने का अहम माना गया है। ऐसा करने से पापों से मुक्ति मिलती है। वहीं इस दिन विशेष उपाय करने से धन की देवी लक्ष्मी को प्रसन्न किया जा सकता है।
माघ पूर्णिमा 2023 शुभ मुहूर्त-
माघ पूर्णिमा पर स्नान का शुभ मुहूर्त 5 फरवरी की सुबह 05.27 मिनटे से 06.18 मिनट तक रहेगा। पंचांग के अनुसार इस वर्ष माघ पूर्णिमा तिथि 4 फरवरी की रात्रि 09.21 बजे से आरंभ होकर 5 फरवरी की रात 11.58 बजे समाप्त होगी। माघ पूर्णिमा के दिन मां लक्ष्मी और चंद्रमा की पूजा करना शुभ होता है। इस वर्ष शुभ योगों का बनने से महत्व बढ़ गया है।
माघ पूर्णिमा 2023 शुभ योग-
माघ पूर्णिमा पर 4 दुर्लभ योग बन रहे हैं। इस साल आयुष्मान, सौभाग्य, रवि पुष्य और सर्वार्थ सिद्धि योग का संयोग बन रहा है। इन शुभ योगों का संयोग बेहद शुभ है। इन योगों में देवी लक्ष्मी की पूजा और उपाय करने से पैसों की तंगी दूर हो सकती है। माघ पूर्णिमा की रात्रि अष्टलक्ष्मी की पूजा-अर्चना करें। देवी को अष्टगंध और 11 कमलगट्टे चढ़ाएं। खीर का भोग लगाएं। साथ ही कनकधारा स्त्रोत या श्रीसूक्त का पाठ करें। ऐसा करने से मां लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त होता है। माघ पूर्णिमा के दिन पवित्र नदियों में स्नान करने की परंपरा सदियों से चली आ रही है। स्कंद पुराण के अनुसार इस दिन नदी स्नान करने से पुण्य फल की प्राप्ति होती है। पूरे महीने तीर्थ स्नान नहीं कर पाने वाले श्रद्धालु इस दिन तीर्थ स्नान कर या घर में ही तीर्थ का जल मिलाकर स्नान कर सकते हैं।