KHABAR : जब-जब अधर्म बढ़ता है भगवान अवतार लेते हैं- पं सोमनाथ शर्मा, संगीतमय श्रीमद देवी भागवत कथा में उमड़ा भक्तों का जनसैलाब, पढ़े मोहन नागदा की खबर
नीमच। नीमच जिले के ग्राम रेवली देवली में आयोजित शतचंडी यज्ञ एवं संगीतमय श्रीमद देवी भागवत कथा के छठवें दिवस भागवत आचार्य पंडित सोमनाथ शर्मा ने सुंदर कथा को सुनाते हुए मां भगवती कौशिकी कालिका और चंडी का के सुंदर प्रसंग को सुनाया।
कथा के छठवें दिवस पर पं सोमनाथ शर्मा ने कथा को सुनाते हुए कहा कि जब देवता दुखी होकर शुंभ निशुंभ के कार्यों से परेशान होकर भगवती पार्वती के पास प्रार्थना करने गए तब भगवती पार्वती के शरीर से एक देवी प्रकट में ही देवी कौशिकी देवी के नाम से विख्यात हुई और एक देवी जो पार्वती के शरीर का तेज निकल जाने के बाद प्रकट हुई। कालिका के रूप में प्रख्यात नंबर के साथ अनेकों राक्षस थे और रक्तबीज नाम से थे उनको भी देवी ने परास्त किया और देवताओं को स्वर्ग प्रदान किया देवताओं ने सुंदरी मां भगवती की प्रार्थना की है।
कथा के छठवें दिन शर्मा ने कहा कि देवी के पूजन का विशेष महत्व है। श्रीमद देवी भागवत में विधि-विधान का सुंदर वर्णन है नवरात्रि में किस प्रकार हमारे यहां नौ देवी का पूजन होता है और कन्या पूजन का भी महत्व बताया गया है। पुरातन काल से पुराणों में ऋषि मुनि जिस परंपरा को चलाते आ रहे हैं आज भी हमारे समाज में व्याप्त है और उसी परंपरा को पूजन कहा गया है। छठवें दिवस कथा में द्रोपदी के सुंदर प्रश्न को सुनाया गया और सुंदर 9 कन्याओं को कन्या स्वरूप में बनाकर उनका पूजन किया गया।
कथा का श्रवण कर सोता भाव विभोर हो गए हजारों की संख्या में श्रद्धालु रेवली देवली ग्राम में कथा को सुनने पहुंच रहे हैं तथा उन्हें जमकर भजनों का आनंद लिया और व्यास जी की सुंदर कथा का श्रवण किया। कथा के सातवें दिवस मंगलमय देवी भागवत कथा विश्राम हो जाएगी कथा का समय 12 से 4 बजे तक है। आयोजकों ने अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर धर्म लाभ लेने की बात कही है।