OMG ! : एएसआई पर मारपीट के प्रकरण में फर्जी आर्म्स एक्ट का झूंठा मामला दर्ज करने के बाद 10 हजार की रिश्वत लेने का आरोप! एएसआई बोले आरोप असत्य, नही ली रिश्वत , पढें खबर
पिपलिया स्टेशन (निप्र)। गांव गुड़भेली में मामूली झगड़े के मामले में एएसआई द्वारा आर्म्स एक्ट में प्रकरण दर्ज कर 10 हजार रुपए रिश्वत लेने का आरोप एक किसान ने लगाते हुए शपथ पत्र सहित वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को शिकायत की है। जानकारी के अनुसार 5 फरवरी को राजू पिता रमेशचन्द्र नायक व भेरुलाल गिर के बीच पांच सौ रुपए के लेन-देन को लेकर नरसिंह मेघवाल से विवाद हो गया। इस धक्का-मुक्की में नरसिंह नीचे गिर गया, जिसे चोंट आई। राजू के पिता गुड़भेली निवासी रमेशचन्द्र नायक ने शपथ-पत्र कराकर वरिष्ठ अधिकारियों को की शिकायत में बताया नरसिंह ने पुलिस थाने पर रिपोर्ट दर्ज कराई तो चौकी प्रभारी मोहनलाल वर्मा ने मारपीट का प्रकरण दर्ज कर दिया व भेरुलाल गिर के खिलाफ मारपीट के साथ ही आर्म्स एक्ट का प्रकरण बना दिया व मेरे पुत्र राजू को धमकी दी कि 20 हजार रुपए ले आना अन्यथा आर्म्स एक्ट के साथ ही शराब के झंूठे केस में तूझे भी फसाउंगा। रमेशचन्द्र ने शपथ-पत्र में बताया कि मैंने जैसे-तैस 10 हजार रुपए की व्यवस्था कर एएसआई वर्मा को दिए, लेकिन वर्मा ने 10 हजार रुपए कम देने पर धारा 151 में भी प्रकरण दर्ज कर दिया। रमेशचन्द्र ने वरिष्ठ अधिकारियों को शिकायत भेजकर फर्जी कार्रवाई करने वाले एएसआई वर्मा के खिलाफ जांच कर कार्रवाई की मांग की।
पुलिस बना रही फर्जी प्रकरण:-
गुड़भेली निवासी प्रदेश कांग्रेस महासचिव कमलेश पटेल ने आरोप लगाया पुलिस फर्जी प्रकरण बनाकर युवाओं का भविष्य बर्बाद कर रही है, मारपीट जैस छोटे मामले में अगर 10 हजार रुपए ले लिए तो गंभीर अपराधों में कितनी राशि ली जा रही होगी, इसका अंदाजा लगाय जा सकता है ? पटेल ने आगे बताया पुलिस क्षेत्र में वाहन चेकिंग के नाम पर भी अवैध वसूली में लगी हुई है। वहीं एनडीपीएस एक्ट प्रकरण में खुद पुलिस किसानों, बेरोजगार युवाओं को लालच देकर फर्जी डोडाचूरा व अफीम के प्रकरण बनाकर किसानों से लाखों रुपए की राशि लूट रही है व उनका भविष्य बर्बाद किया जा रहा है। पुलिस युवा लोगों को लालच देकर मुखबिर बनाकर उनका भी भविष्य बर्बाद कर रही है। पटेल ने चेतावनी दी कि भाजपा शासन ने जो 15 वर्ष के शासन में लूटमार की है, वह अब नही चलेगी, अगर किसानों से अवैधानिक तरीके से रिश्वत ली तो उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर प्रदेश सरकार को अवगत कराया जाएगा।
मैंने रिश्वत नही ली:-
इधर एएसआई एमएल वर्मा ने बताया शिकायत आई थी, उसके आधार पर प्रकरण दर्ज किया है, लगाए आरोप असत्य है, मैंने रिश्वत नही ली।