RELASHANSHIP: पार्टनर संग प्राइवेट पलों को रिकॉर्ड करने के ये हैं नुकसान
पार्टनर संग अपने प्राइवेट, इंटिमेट और अंतरंग पलों को रिकॉर्ड करना कोई नई बात नहीं है। साल 2017 में हुए एक सर्वे की मानें तो भारत में करीब 19 प्रतिशत कपल्स ऐसे हैं जो स्मार्टफोन कैमरे के जरिए अपने इंटिमेट पलों को रिकॉर्ड करते हैं। लेकिन क्या ऐसा करना चाहिए और इससे जुड़े खतरे क्या-क्या हैं, इस बारे में पहले जान लें।
रिकॉर्डिंग में सहज नहीं
इतना ही नहीं फेसबुक और ट्विटर पर करवाए गए एक पोल में पूछा गया था कि क्या आप पार्टनर संग अपने इंटिमेट पलों को रिकॉर्ड करने में सहज महसूस करते हैं? इस सवाल के जवाब में 79 प्रतिशत फेसबुक यूजर्स और 74 प्रतिशत ट्विवटर यूजर्स ने कहा कि वे प्राइवट पलों को रिकॉर्ड करने के खिलाफ हैं। इससे यह पता चलता है कि भले ही इन सवाल का जवाब हां में देने वालों की संख्या बेहद कम हो लेकिन कुछ कपल्स ऐसे हैं जो प्राइवेट मोमेंट्स को कैप्चर करते हैं।
ऐसा करने से खतरे में पड़ जाती है आपकी सेफ्टी
एक्सपर्ट्स की मानें तो ज्यादातर लोग इस तरह के ऐक्ट में सिर्फ अपने पार्टनर को खुश करने के लिए अपनी मर्जी के खिलाफ जाकर भी शामिल हो जाते हैं जिससे उनकी खुद की सेफ्टी खतरे में पड़ जाती है। अपने इंटिमेट पलों को रिकॉर्ड करते वक्त आप सेक्शुऐलिटी को तो एक्सप्लोर कर लेते हैं लेकिन आपकी सेफ्टी खतरे में पड़ जाती है। किसी रिश्ते में इस तरह का रिस्क लेना रिश्ते को मजेदार और मस्ती से भरपूर बनाने से जुड़ने लगा है। रिलेशनशिप में रहने का मतलब है कि आप पार्टनर के साथ-साथ खुद से भी ईमानदारी बरतें और इसका मतलब यह नहीं कि उन चीजों को स्वीकार कर लें जिसके लिए आप तैयार नहीं हैं।
रिकॉर्डिंग में सहज नहीं
इतना ही नहीं फेसबुक और ट्विटर पर करवाए गए एक पोल में पूछा गया था कि क्या आप पार्टनर संग अपने इंटिमेट पलों को रिकॉर्ड करने में सहज महसूस करते हैं? इस सवाल के जवाब में 79 प्रतिशत फेसबुक यूजर्स और 74 प्रतिशत ट्विवटर यूजर्स ने कहा कि वे प्राइवट पलों को रिकॉर्ड करने के खिलाफ हैं। इससे यह पता चलता है कि भले ही इन सवाल का जवाब हां में देने वालों की संख्या बेहद कम हो लेकिन कुछ कपल्स ऐसे हैं जो प्राइवेट मोमेंट्स को कैप्चर करते हैं।
ऐसा करने से खतरे में पड़ जाती है आपकी सेफ्टी
एक्सपर्ट्स की मानें तो ज्यादातर लोग इस तरह के ऐक्ट में सिर्फ अपने पार्टनर को खुश करने के लिए अपनी मर्जी के खिलाफ जाकर भी शामिल हो जाते हैं जिससे उनकी खुद की सेफ्टी खतरे में पड़ जाती है। अपने इंटिमेट पलों को रिकॉर्ड करते वक्त आप सेक्शुऐलिटी को तो एक्सप्लोर कर लेते हैं लेकिन आपकी सेफ्टी खतरे में पड़ जाती है। किसी रिश्ते में इस तरह का रिस्क लेना रिश्ते को मजेदार और मस्ती से भरपूर बनाने से जुड़ने लगा है। रिलेशनशिप में रहने का मतलब है कि आप पार्टनर के साथ-साथ खुद से भी ईमानदारी बरतें और इसका मतलब यह नहीं कि उन चीजों को स्वीकार कर लें जिसके लिए आप तैयार नहीं हैं।