REPORT : फेडरेशन इंटक के अध्यक्ष वर्मा ने कहा- जिला अस्पताल में कार्यरत कोविड स्टाफ को हटाना न्याय संगत नहीं, जिला अस्पताल कि सेवाएं हो रही है प्रभावित, फेडरेशन इंटक लड़ेगी इनकी लड़ाई, पढ़े खबर
नीमच। कोविड संक्रमण के चलते जिन स्वास्थ्य कर्मचारियों ने अपनी सेवाएँ दी जिन्होनें अपनी जान कि परवाह भी नहीं कि ऐसे योद्धा कर्मचारियों को अचानक सेवा से निकाल देना न्याय संगत नहीं है। वर्तमान समय में कोविड स्टाफ जिला अस्पताल कार्यरत थे 17 कोविड स्टाफ को तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया है 45 कर्मचारियोें में से 29 कर्मचारियों कि सेवा 31 मार्च से बढ़ाई गई है यह भी 1 अप्रैल से बरोेजगार हो जाएंगे।
नीमच जिला राष्ट्रीय मजुदर कांग्रेस जिला इंटक नीमच के अध्यक्ष तथा जिला कांग्रेस नीमच के प्रवक्ता भगत वर्मा ने अपने एक बयान में कहा कि इन स्वास्थ्य कर्मचारियों को बिना किसी पुर्व सुचना दिए सेवा से निकालना न्याय संगत नहीं है। कोरोना संक्रमण काल में 2 साल से ओ.पी.डी. मे मरीजो का परीक्षण, ईलाज, कोविड सेन्टर, आइसोलेशन तथा वेक्सिनेशन जैसे अह्म कामोें को अंजाम देने तथा अपनी परवाह न करते हुए दुसरों कि सेहत कि चिंता करने वाले स्वास्थ्य कर्मीयों का विभाग ने जरूरत के समय भरपुर उपयोग किया अब इन्हीं कर्मचारियों कि कटौती कि जा रही है। एक मार्च से सेवा प्राप्त करने के बाद जिला अस्पताल नीमच में मरीजों का उपचार सेम्पलिंग फिवर क्लिनिक सहित कई सेवाएँ प्रभावित हो रही है जिला अस्पताल में मरीज भटक रहे हैं। इन कर्मचारियोें के भरोसे चलने वाला फिवर क्लिनिक व कोरोना सेन्टर बंद है।
वर्मा ने आगे अपने बयान में कहा कि इनके भरसो कोरोना संक्रमितों का ईलाज चल रहा था जिला अस्पताल में पूर्व से ही डॉक्टरों तथा नर्सिंग स्टाफ कि अत्यंत कमी चल रही है ऐसी परिस्थिति में कोविड स्टाफ को निकालना उचित नहीं है। अब ये स्टाफ बेरोजगार हो जाएगा तथा इनके उपर आश्रित परिवार आर्थिक संकट में आ जाएगा, इन कर्मचारियों में कोरोना संक्रमण काल में प्रशासन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम किया था। इन कर्मचारियों कि लड़ाई राष्ट्रीय मजदुर कांग्रेस जिला इंटक नीमच इनके हक कि लड़ाई लड़ेगी तथा जिला प्रशासन से मांग कि है कि इन्हें पुनः सेवा में लिया जाये ताकि इनके परिवार का पालन पोषण हो सके, इन कर्मचारियांे ने एक योद्धा कि तरह सभी दायित्वों का निर्वहन किया है।