BIG NEWS : जिला पंचायत वार्ड- 8 में सुरेश धनगर की वापसी से भाजपा नेताओं में मची खलबली, कल तक जो आमने-सामने चुनाव लड़ रहे थे वो आज एक हो गये, पढ़े शब्बीर बोहरा की खबर
मनासा। जिला पंचायत वार्ड नंबर 8 चर्चा का विषय बना हुआ है। पहले किसान कांग्रेस नेता एवं वार्ड 8 से कांग्रेस समर्थित उम्मीदवार सुरेश धनगर का नामांकन निरस्त हुवा। तब कयास लगाये जा रहे थे कि जिला पंचायत के वार्ड - 8 में बचे हुए दोनांे उम्मीदवार भाजपा समर्थित होने से यहां भाजपा की जीत निर्विरोध होना तय है। लेकिन वार्ड वासियों एवं भाजपा के तमाम नेताओं को तब यह जानकर आश्चर्य हुवा कि भाजपा के द्वारा अधिकृत किये गये उम्मीदवार राधिका - दिनेश पारीहार के आवेदन के अलावा एक और आवेदन चुनावी मैदान में है। जब जानकारी लीं तो उक्त आवेदन धापू बाई - श्याम लाल वासीट निवासी अल्हेड़ का निकला। जबकि भाजपा के तमाम नेताओं को उम्मीद थी कि ये वार्ड तो निर्विरोध जीत गये, लेकिन एक बार फिर चर्चा चुनाव की शुरू हो गई।
अब अचानक वार्ड- 8 की राजनीति फिर गर्मा गई है। जहां एक और बारिश से लोगों को राहत मिली वहीं, राजनीति में गर्मी का माहौल बन गया है। किसान नेता सुरेश धनगर द्वारा माननीय उच्च न्यायालय मे लगाई गई। याचिका स्वीकार कर लीं गई और सुरेश धनगर एक बार फिर से जिला पंचायत के वार्ड- 8 से चुनावी मैदान में उतर चुके है। ऐसे में जनता में सुरेश धनगर के प्रति एक सकारात्मक माहौल देखने को मिल रहा है। कहीं ना कहीं सरकार के तुगलकी फरमान के कारण या यूं कहे की जिले के भाजपा नेताओं के दबाव के चलते जो आवेदन निरस्त किया गया, उसका खामियाजा भाजपा को वार्ड -8 में भुगतना पड़ेगा और शायद इसी कारण भाजपा के नेताओं ने आज अचानक इस माहौल में एक नया ट्वीटस डालकर माहौल को फिर चर्चा में बना दिया।
जी हां जिला पंचायत वार्ड - 8 में आज फिर कुछ नया हुवा। आज श्यामलाल वसीटा वार्ड - 8 के उम्मीदार के द्वारा अपना पूर्ण समर्थन, राधिका - दिनेश परिहार को भाजपा नेताओं की उपस्थिति में दिया गया। इससे एक बात तो तय हो गयी की सुरेश धनगर की चुनाव में उपस्थिति से भाजपा में खलबली सी मच गयी है। एक बार फिर से सीधा मुकाबला दिनेश परिहार और सुरेश धनगर के बीच हो गया। क्या दिनेश परिहार अपना वार्ड बचा पाएंगे या सुरेश धनगर अपने साथ हुई घटना को चुनाव में भुना पाएंगे। आखिर जनता किसके सिर रखेगी वार्ड - 8 का ताज ये तो मतगणना के बाद ही पता चलेगा।