BIG NEWS : जेल में रहकर फिरोती की धमकी देने वाले मुख्य आरोपियों के तीन साथी गिरफ्तार मंदसौर में करने वाले थे बडी वारदात, पढ़े पीडी बैरागी की ख़बर
मंदसौर। पुलिस थाना कोतवाली से प्राप्त जानकारी के अनुसार भगत-जगदीशचंद्र भगत जाति जैन निवासी शुक्ला कॉलोनी मंदसौर ने थाने में 03/08/2022आवेदन दिया की मेरे मोबाइल नम्बर पर अज्ञात मोबाईल नंबर 8120863422 से फ़ोन आया और बोला कि में अंकित तंवर निवासी तंवर कॉलोनी मंदसौर का हूँ अभी में रायसेन जेल से बोल रहा हूँ और में 04/08/2022 को मंदसौर पेशी पर आऊंगा तो 10 लाख रुपये मेरे साथी लखन तंवर और धर्मेंद्र सिंह परिहार को दे देना नही दिए तो गोली मार दूँगा। फिरौती की रक़म का मांगने के कारण मेने फोन काट दिया। तो उसी नंबर से 4-5 बार फोन आया मेने नही उठाया तो टेक्स्ट मैसेज किया कि 3 दिन का टाइम है पैसे नही दिए गोली मरवा दूंगा।
फरियादी की रिपोर्ट पर गंभीरता से लेते हुए थाने पर आरोपीगण के ख़िलाफ़ अपराध क्रमांक 475/2022 धारा 384,507,34 भादवि के तहत कायमी की गई और वरिष्ठ अधिकारियों को जानकारी देकर प्राप्त निर्देशानुसार त्वरित कार्यवाही करते हुए आरोपीगण लखन पिता दिनेश तंवर उम्र 29 साल निवासी कैलाश मार्ग 12 पत्थर मंदसौर, धर्मेन्द्रसिंह पिता उमराव सिंह परिहार 38 साल निवासी कैलाश मार्ग 12 पत्थर मंदसौर, दीपक पिता राजुलाल बारबासा उम्र 28 साल निवासी रिण्डा थाना अफजलपुर जिला मंदसौर को पकड़ लिया गया और पूछताछ जारी है।
अंकित तंवर जो कि युवराजसिंह हत्याकाण्ड में रायसेन जेल में बंद है तथा दीपक तवर जो कि मंदसौर जेल में बंद है के साथ मिलकर फरियादी रितेश भगत से 10 लाख फिरोती वसूलने की योजना बनाई थी ओर फिरोती नही देने पर रितेश भगत को जान से मारने की योजना बनाई थी। किन्तु आरोपीगणों के द्वारा कोई घटना कारित की जाती उससे पूर्व ही पुलिस के द्वारा उपरोक्त तीनो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है तथा अंकित तंवर ओर दीपक तंवर को प्रकरण में मुख्य आरोपी बनाया जाकर दोनो आरोपी जो जेल में बंद है के सम्बंध में सुक्ष्मता से अनुसंधान किया जा रहा है।
जप्तशुदा मश्रुका :मोबाईल फोन - 03
निरीक्षक अमित सोनी थाना प्रभारी कोतवाली मंदसौर, निरीक्षक जितेन्द्र सिंह सिसोदिया थाना प्रभारी नई आबादी एवं प्रभारी तक. सेल, उप निरीक्षक संजय प्रतापसिंह थाना कोतवाली मंदसौर, उप निरीक्षक मनोज गर्ग, सउनि प्रेमसिंह हटीला, प्रआर विनोद नामदेव, प्रआर अमित मिश्रा, प्रआर अर्जुनसिंह, आरक्षक भानुप्रतापसिंह, मनीष शर्मा, जितेन्द्र टांक की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।