सरवानिया महाराज। पीड़ित गौवंश के सेवा मे लगे युवाओं को नगर परिषद सरवानिया क्षेत्र के वार्ड नबंर छह के पार्षद प्रतिनिधि द्वारा एक घायल गौवंश को लेकर आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग करने से पीड़ित गोवंश की सेवा करने वाले युवाओं मे आक्रोश फेल गया।
दरअसल आज सुबह प्रातः काल वार्ड छह मे मथूरालाल माली के बाड़े के पास गोवंश के एक बछड़े को खुंखार कुत्तों ने नोच नोच कर घायल कर दिया। कुत्तों द्वारा काटने से गौवंश की हालत गंभीर हो गई। गौवंश को गर्दन, पिछला पेर, पिछले हिस्से मे बहुत बुरी तरह से काटने से घायल हो गया। इस स्थिति से जब वार्ड क्रमांक छह के पार्षद प्रतिनिधि अनिल राठौर को युवक घनश्याम माली ने अवगत कराया तो पार्षद प्रतिनिधि ने आपत्तिजनक जवाब देते हुवे यह कह दिया की मरने दो मर जायेगी तो उठाकर फिकवा देगें। इससे गुस्साए युवक सुनील माली, मयंक प्रतापसिंह राणावत, योगेंद्र सिंह राणावत, राहुल प्रजापत, घनश्याम माली, सुभाष माली, मनीष कहार घायल गोवंश को लेकर नगर परिषद पहुंचे। जहां एक निजी वेटरनरी डाक्टर से गंभीर घायल गौवंश का प्राथमिक उपचार कराया। बाद मे नगर परिषद के वाहन से गौवंश को अन्यत्र उपचार हेतु भेजा गया।
गौ सेवको ने प्रेस को जानकारी देकर बताया कि एक भाजपा के जन प्रतिनिधि द्वारा गौवंश को लेकर ऐसी बात बोलना गलत है। वहीं शासकीय पशु चिकित्सालय पर पदस्थ चिकित्सक डॉ डी के आर्य को उपचार हेतू बुलाया गया तो पहले तो उन्होंने बाहर जाना बताया और बाद मे छुट्टी पर होना। मामले मे पार्षद प्रतिनिधि अनिल राठौर ने कहा कि मेने गोवंश को लेकर ऐसी कोई बात नहीं की शायद सामने वाले को सुनने और समझने मे अंतर आ गया। जबकि मेने तो डाक्टर को भी फोन लगाया था।
घायल गोवंश को प्राथमिक देखरेख के लिए जगह को लेकर बात बनी-
गौवंश के साथ आये दिन इस प्रकार की घटनाओं को लेकर पीड़ित गौवंश की सेवा करने वाले युवकों ने नगर परिषद से जमीन की मांग की ताकि वहां पीड़ित गौवंश की देखभाल प्राथमिक उपचार किया जा सके। इसके लिए परिषद के समीप ही स्थित पशु चिकित्सालय के सामने बने टीन शेड का चयन कर वहां दिवाल और गेट लगाने की बात पर सहमति बनी। मौके पर नगर परिषद अध्यक्ष रुपेंद्र जैन, मुख्य नगरपालिका अधिकारी राजेश गुप्ता, कारुलाल पाल, विक्रम धनगर, पार्षद पाटीदार, पत्रकार जगदीश तिवारी, प्रकाश योगी सहित अन्य लोग उपस्थित थे।
मामले मे मुख्य नगरपालिका अधिकारी राजेश गुप्ता ने कहा कि पहले नप ने कुत्तों को पकड़कर बाहर छौड़ा था लेकिन अब सर्वोच्च न्यायालय ने इस पर रोक लगा दी है। भविष्य मे कोई आदेश आयेगा तो उस पर अमल करेंगे।