नीमच। ऐसी वाणी बोलिए मन का आपा खोए, औरन को शीतल करे आपहु शीतल होय। इस तरह के अनगिनत प्रेरणादाई दोहों के रचयिता सद्गुरु कबीर दास जी की जयंती पर नीमच के उत्कृष्ट कन्या छात्रावास में आज जिला प्रशासन के तत्वाधान में गरिमामय कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर विधायक दिलीप सिंह परिहार ने कहा कि जब तक सृष्टि रहेगी, कबीर दास जी की याद ताजा रहेगी। कबीर दास के दोहे हमें सुंदर जीवन की दिशा दिखाने का काम करते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि महापुरुषों को जातियों में नहीं बांटा जा सकता।
इस अवसर पर एसडीएम डॉक्टर ममता खेड़े ने कहा कि हम जब भी कबीर को याद करके उनके नाम का दीपक जलाते हैं तब हमारे अहंकार का एक अंश कम हो जाता है। कबीर होने का मतलब शुद्ध मानव होना है। उन्होंने यहां उपस्थित छात्रों से संबोधित होते हुए कहा कि हम हमारी माटी में पैदा हुए हीरो को भूल गए हैं। इसलिए महापुरुषों की जयंती मना कर उन्हें याद किया जाता है। हम अपनी जड़ों को समझे बिना आगे नहीं बढ़ सकते। ममता खेड़े ने कहा कि भारत में धर्म का मतलब जीवन पद्धति है।
इस अवसर पर नगर पालिका अध्यक्ष स्वाति चोपड़ा, पार्षद किरण शर्मा, ने भी उपस्थितजनों को संबोधित किया। कार्यक्रम के प्रारंभ में कबीर दास जी की छवि पर माल्यार्पण कर कन्या पूजन किया गया। भजन गायक गोविंद राम वर्मा और उनके साथियों ने कबीर दास जी का भजन प्रस्तुत किया। छात्र गुणवंत मेघवाल ने कबीर दास जी के जीवन और उनके आदर्शों पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम में लोकेश चांगल, राकेश राठौर, सुरेखा, मीनाक्षी, रेखा, मुकेश वर्मा, रमेश पवार, कुरदला इक्का और छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन हरीश चौहान ने किया।