KHABAR : खुशियों की दास्तां- जल जीवन मिशन ने बदली ग्राम नन्दवता की तस्वीर, पहले पेयजल के लिए हैंडपंप और कुओं पर जाना पड़ता था ग्रामीणों को, पढ़े खबर
रतलाम। जल जीवन मिशन की नल जल योजना ने जावरा विकासखंड के ग्राम नंदावता की तस्वीर बदल दी। योजना के पूर्व पानी को लेकर गांव नंदावता के हालात काफी खराब थे। यहां की महिलाओं को पानी लाने के लिए घर से दूर हैंडपंप और कुओं पर जाना पड़ता था और सारा दिन पानी की व्यवस्था करने में निकल जाता था। जल जीवन मिशन के पूर्व ग्राम में योजना निर्माण एवं क्रियान्वयन के लिए योजना लागत की 1 प्रतिशत और 3 प्रतिशत ग्राम जनभागीदारी के माध्यम से योजना बनाई जाती थी।
ग्राम नंदावता में पानी की समस्याओं को देखते हुए यहां के लोगों ने 3 प्रतिशत जनभागीदारी के हिसाब से 1 लाख 50 हजार रुपए राशि भी एकत्रित कर ली थी किंतु भारत सरकार की जल जीवन मिशन योजना द्वारा ग्राम नंदावता में 60.55 लाख की नल जल योजना बनाई गई जिसमें एक उच्च स्तरीय 50 हजार लीटर की टंकी 20 हजार लीटर का संपवेल बनाकर पूरे ग्राम में 2900 मीटर वितरण नलिका बिछाकर हर घर को घरेलू क्रियाशील नल कनेक्शन के माध्यम से जोड़ा गया। इस योजना के माध्यम से 280 परिवारों को घर पर ही नल से शुद्ध जल मिल रहा है। साथ ही शासकीय भवन, स्कूल, आंगनवाड़ी, ग्राम पंचायत सभी में नल कनेक्शन दिए गए हैं। इस योजना में जल स्त्रोत एक नलकूप एवं जाली से ढका हुआ कुआं है।लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के जिला जल सलाहकार आनंद व्यास ने बताया कि योजना के संचालन संधारण एवं जल कर की वसूली के लिए ग्राम जल एवं स्वच्छता समिति भी बनाई गई है जिसमें ग्राम के हर वर्ग को जोड़ा गया है। इसमें 50 प्रतिशत महिलाओं की भागीदारी है। ग्राम जल एवं स्वच्छता तदर्थ समिति ने ग्रामसभा में 100 रुपए जलकर की राशि लेने का निर्णय लिया था जिसे सर्वसम्मति से मान्य किया गया और आज अधिकतर ग्रामवासी प्रतिमाह 100 जलकर की राशि भी जमा करते हैं। योजना चलाने का कार्य नल चालक पाल सोलंकी के द्वारा किया जाता है। यह प्रतिदिन समय पर जल प्रदाय का कार्य करते हैं।गांव की बुजुर्ग 80 वर्षीय महिला सजनबाई पति कालूबा ने बताया कि यह पानी की योजना तो हमारे लिए सपने जैसी है। हम कल्पना ही नहीं कर सकते कि आज हमको पानी को लेकर इतना आराम हो गया है। जब पुरानी बातें याद आती है की सिर पर घड़ा रखकर, गोदी में बच्चे को लेकर कीचड़ के रास्तों से घर से बहुत दूर जाकर कुए, बावड़ी एवं झरिया से पानी लाना एवं घर आकर खाना बनाना एवं दूसरे तमाम कार्य करने में बहुत मुश्किल होती थी किंतु आज हर घर पर प्रतिदिन नल से जल मिलने लगा है बहुत आराम हो गया है। सभी लोग रोज नहाते हैं, कपड़े धोते हैं, स्वच्छ रहते हैं। शुद्ध जल मिलने से अब गांव में बीमारी भी कम होती है। सजनबाई ने कहा कि यदि प्रधानमंत्री वं मुख्यमंत्री आ जाएं तो मैं उनको प्रणाम करके बहुत-बहुत धन्यवाद बोलूंगी। ग्राम पंचायत की सरपंच चंदाबाई पति शिवनारायण मालवीय, पुष्पाबाई प्रेमचंद, शांतिलाल धानक सभी जल जीवन मिशन की इस योजना से काफी प्रसन्न है।