BIG REPORT : महाकाल को चढ़ा केसर रंग, फिर गेर में झूमे लोग, पंडे-पुजारियों ने खेली होली, गोपाल मंदिर पहुंची नगर गेर में उमड़ी भीड़, ध्वज चल समारोह निकलेगा, पढे़ खबर
उज्जैन। रंगपंचमी की धूम है। इस पारंपरिक पर्व को धूमधाम से मनाने की शुरुआत महाकाल मंदिर से हुई। तड़के हुई भस्म आरती में बाबा महाकाल को एक लोटा केसर युक्त रंग अर्पित किया गया, जिसके बाद पंडे-पुजारियों ने भगवान के साथ रंगपंचमी खेली। फिर शहर में रंगपंचमी पर्व का उत्सव शुरू हुआ।
रंगपंचमी के मौके पर बाबा महाकाल का ध्वज चल समारोह और नगर निगम की ओर से नगर गेर निकाली जा रही है। इस दौरान बड़ी संख्या में लोग गेर में शामिल होने पहुंचे हैं।
रंगपंचमी के अवसर पर मुख्यमंत्री मोहन यादव भी अपने गृह नगर उज्जैन में मौजूद रहेंगे। हालांकि, उनका आधिकारिक कार्यक्रम अभी जारी नहीं हुआ है, लेकिन माना जा रहा है कि वे दोपहर तक उज्जैन पहुंचेंगे और रंगपंचमी के स्थानीय कार्यक्रम में शामिल हो सकते हैं।नगर निगम द्वारा निकाली जाने वाली नगर गेर महाकाल मंदिर चौराहे से सुबह 9 बजे शुरू हुई। गेर में 20 क्विंटल गुलाल, 30 किलो कलर, सेंट, 4 डीजे, 3 फायर फाइटर, ताशा पार्टी, 2 वाटर लॉरी, 1 ध्वज वाहन, 1 ओपन जीप, 1 स्प्रिंकल वाहन, 1 पिकअप वाहन, 1 बैंड, गुलाल उड़ाने हेतु ब्लोअर, नागरिकों के लिए जलपान (भजिए एवं ठंडाई), पेयजल व्यवस्था, गोपाल मंदिर पर फव्वारे की व्यवस्था की गई है।
उज्जैन में रंगपंचमी से एक दिन पहले, मंगलवार रात से ही कई जगहों पर उत्सव शुरू हुआ। लोग एक-दूसरे को रंग लगाते रहे। चारधाम मंदिर में पूजन के बाद संतों ने बटुकों के साथ रंग उड़ाया।
बुधवार सुबह से लोग रंगपंचमी मनाने के लिए निकल पड़े। खासकर बच्चों में उत्साह देखने को मिला। इस दौरान महिला-पुरुष भी एक-दूसरे पर रंग डालते नजर आए। पूरे शहर में रंगपंचमी का उल्लास दिखाई दिया।