नीमच। आशा, उषा, आशा सहयोगी संयुक्त मोर्चा मध्यप्रदेश की नीमच जिला इकाई की सदस्याओं ने जिला कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर अपनी 6 सूत्री मांगों को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नाम ज्ञापन सौंपा। आशा कार्यकर्ताओं का कहना था कि बेहिसाब मेहनत करने के बावजूद इस महंगाई के दौर में इतने कम वेतन में उनके लिए काम कर परिवार का गुजर-बसर करना मुश्किल है। सरकार उनका शोषण कर रही है। मिशन संचालक द्वारा 24 जून 2021 को की गई अनुशंसा को सरकार लागू करे और आशाओं को 10000 और पर्यवेक्षकों को 15000 का वेतन दिया जाए। वेतन की मांग को लेकर ग्वालियर सीएमएचओ ने जिन 25 आशाओं की सेवा समाप्त कर दी है, उनकी सेवा बहाल की जाए। आशा उषा पर्यवेक्षकों को कर्मचारी के रूप में नियमित करते हुए वेतन ₹26000 लागू किया जाए। ज्ञापन में यह भी कहा गया कि जिस प्रकार आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं का वेतन बढ़ाया गया उसी प्रकार आशा कार्यकर्ताओं के साथ भी न्याय किया जाए। हड़ताल के दौरान कटौती किया गया वेतन वापस दिया जाए। ज्ञापन में कुल 6 मांगे की गई। ज्ञापन सौंपते समय बड़ी संख्या में आशा उषा कार्यकर्ता एवं पर्यवेक्षक मौजूद रहे।