नीमच। जाजू सागर बांध से पानी की चोरी और और कम वर्षा के चलते नीमच शहर में आने वाले समय में भयावह जल संकट की आशंका उत्पन्न हो गई है। जिम्मेदार लोग लाख दावे करें, लेकिन हकीकत यह है कि नीमच शहर और जिले में जल के अधिकांश स्रोत खाली पड़े हैं। यदि इंद्रदेव बारिश के मौसम के अंतिम चरण में मेहरबान नहीं हुए तो नागरिकों को पूरे साल पानी के लिए जद्दोजहद करनी पड़ेगी।
शहर के गणमान्य नागरिकों ने कहा कि जनता को केवल पानी की बचत की सलाह देने और पानी के अल्प व्यय की हिदायत देने से स्थिति नियंत्रण में नहीं होगी। अभी से योजनाबद्ध तरीके से रूपरेखा बनानी होगी। ठीकरिया बांध से पानी की आपूर्ति हो जाएगी यह सोचना केवल दिवास्वप्न है। जितने हल्के ढंग से जाजू सागर में पानी की चोरी के मामले को लिया गया। इसी प्रकार वर्तमान हालात को भी लिया गया तो बड़ी चुक हो जाएगी। आज आशंकित पेयजल संकट से निपटने का एक्शन प्लान तैयार नहीं किया गया तो तय मानिए कि कुछ माह बाद नीमच बूंद बूंद को तरस जाएगा। पक्ष-विपक्ष, दलगत राजनीति और वोटो की चिंता से परे हटकर शहर हित में संगठित कार्य और अदम्य इच्छा शक्ति की आवश्यकता आन पड़ी है।