नीमच। प्रदेश के मौसम ने एक बार फिर करवट ले ली है। इस बार मानसून की विदाई के बाद भी कई जिलों में बारिश हो रही है। ऐसा वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) के एक्टिव होने की वजह से हो रहा है। आगामी कुछ दिन और एमपी में मौसम ऐसा ही रहने की संभावना जताई गई है।
सीनियर मौसम वैज्ञानिक डॉ. एचएस पांडे ने बताया कि ग्वालियर, चंबल, सागर संभाग समेत प्रदेश के कई हिस्सों में आंधी चली और बारिश हुई। बुधवार से सिस्टम का असर कम होगा और रात के टेम्प्रेचर में 1 से 2 डिग्री तक गिरावट आएगी। इससे गुलाबी ठंड का अहसास होने लगेगा। हालांकि, 22 व 23 अक्टूबर को एक और नया वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव होगा। इससे दिन-रात के तापमान में ज्यादा गिरावट नहीं होगी। नया वेस्टर्न डिस्टरबेंस पंजाब के ऊपर एक्टिव होगा। इससे वहां बारिश हो सकती है। इस सिस्टम का असर मध्यप्रदेश में भी देखने को मिलेगा। अक्टूबर के आखिरी दिनों तक ठंड का ज्यादा असर नहीं रहेगा। नवंबर के पहले सप्ताह से ही रात का टेम्प्रेचर लुढ़केगा और ठंड बढ़ जाएगी।
बीते 24 घंटों में यहां हुई बारिश-
नर्मदापुरम, नौगांव और मंडला में पश्चिमी विक्षोभ का असर दिखाई दिया। यहां हल्की व तेज बारिश हुई। नर्मदापुरम में दिन में करीब आधा इंच पानी गिरा। भोपाल में बादल छाए रहे। वहीं शाजापुर, आगर, पचमढ़ी, रायसेन, विदिशा, राजगढ़, सीहोर में भी धूप-छांव वाला मौसम रहा।