भोपाल। कुल 9018 कर्मचारियों की सोमवार से चुनावी ट्रेनिंग शुरू हो गई है। सुबह 8 बजे से दो सेंटरों पर उन्हें ईवीएम, मॉक पोल, वोटिंग, मतदान सामग्री लेने से लेकर जमा कराने तक की ।ठब्क् सिखाई जा रही है। ट्रेनिंग के दौरान ही वे डाक मत पत्र भी डालेंगे। ट्रेनिंग के बाद कर्मचारी एग्जाम भी देंगे। इसके जरिए यह पता लगाया जाएगा कि कर्मचारियों ने ट्रेनिंग को कितनी गंभीरता से लिया है।
ट्रेनिंग का पहला सत्र सुबह 8 बजे से शुरू हो गया, जो दोपहर 2 बजे तक चलेगा। इसके बाद दूसरा सत्र शुरू होकर शाम 7 बजे तक चलेगा। मोतीलाल विज्ञान कॉलेज और महारानी लक्ष्मीबाई कॉलेज में प्रत्येक सत्र में 900-900 कर्मचारियों को चुनाव से जुड़ी हर जानकारी दी जा रही है। 105 मास्टर ट्रेनर्स कर्मचारियों को ट्रेनिंग दे रहे हैं।
रिजर्व के तौर पर 10ः कर्मचारी
जिले में कुल 2049 मतदान केंद्र हैं। प्रत्येक केंद्र पर चार अधिकारी-कर्मचारी (पीओ, पी-1, पी-2 और पी-3) की ड्यूटी लगेगी। इस हिसाब से कुल 8196 अधिकारी-कर्मचारी हैं। इनके अलावा 10ः कर्मचारी रिजर्व के तौर पर रहेंगे। ताकि, जरूरत पड़ने पर उनकी ड्यूटी लगाई जा सके।
पी-2 और पी-3 के लिए यह फाइनल ट्रेनिंग
पी-2 और पी-3 यानी मतदान कराने वाले कर्मचारियों के लिए यह फाइनल ट्रेनिंग है। इसके बाद उन्हें प्रशिक्षण नहीं मिलेगा। इसलिए उन्हें चुनाव आयोग की पुस्तिका भी दी जाएगी। पीओ यानी पीठासीन अधिकारी और पी-1 यानी मतदान अधिकारी को एक बार फिर 13 और 14 नवंबर को फाइनल ट्रेनिंग दी जाएगी।