रतलाम। मध्यप्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन से रतलाम जिले की ग्रामीण महिलाओं के जीवन में सुखद आर्थिक बदलाव आया है। महिलाएं अपने परिवार की आर्थिक उन्नति में सशक्त मददगार बनी है, आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर हुई है। जिले के आलोट विकासखंड के ग्राम भोजाखेड़ी की रहने वाली कविता पोरवाल भी राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़कर अपने परिवार की आर्थिक उन्नति में सहायक सिद्ध हो रही है।
जब उनके गांव में मिशन के तहत महिलाओं के समूह बनाने आरंभ किए गए तब उनका नाम क्षिप्रा जल ग्रहण स्वसहायता समूह में जोड़ा गया। समूह में उन्हें बुक कीपर चुना गया, सदस्य के रूप में जुड़ने के कुछ दिन बाद ग्राहक सेवा केंद्र की आईडी लेकर कार्य शुरू कर दिया जिसमें ऑनलाइन आवेदन, समूह के पैसे की लेनदेन, फोटो कॉपी, आयुष्मान भारत कार्ड, पेमेंट बैंक, बीसी के रूप में खाता खोलने, बीमा जैसे कार्य आरंभ किए। कार्य करते हुए उनकी आमदनी हर माह साढ़े 10 हजार से लेकर 11 हजार 800 तक हो गई। ग्रामीण पथ विक्रेता में कविता का पंजीयन हो जाने पर उनको बगैर ब्याज की 10 हजार रूपए की ऋण सहायता मिली। पहले उनको घर खर्चे भी चलाने के लिए यदा-कदा कर्ज लेना पड़ता था लेकिन अब घर की हालत बेहतर हो गई है। अब कर्ज नहीं लेना पड़ता है, परिवार खुशहाल हो गया है।
कविता का कहना है कि आज हम समूह की महिलाओं की आर्थिक, सामाजिक स्थिति में जो भी सुधार आया है और आर्थिक उन्नति के लिए जो कुछ भी करने की हिम्मत आई है उसका पूरा श्रेय राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन को है। भविष्य में कविता अपने कार्य को बड़े स्तर पर ले जाना चाहती है जिससे उनकी आमदनी में और बढ़ोतरी हो सकेगी और उनके परिवार का आर्थिक स्तर ऊंचा हो सकेगा। कविता तथा समूह की महिलाएं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को धन्यवाद भी देती हैं।