नीमच। अफीम उत्पादक संघर्ष समिति के नेतृत्व में आज अफीम समिति के पदाधिकारियों ने अफीम कंट्रोल रूम नीमच पर जाकर विभाग द्वारा आहूत बैठक में भाग लेना चाहा। लेकिन, समिति के पदाधिकारियों को आमंत्रित नहीं करने की वजह से हमारे सुझाव अधिकारियों द्वारा बाहर से ही ले लिए गए।
जानकारी देते हुए समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरसिंह डांगी ने बताया कि राष्ट्रीय संरक्षक रामकुमार योगी, राष्ट्रीय मिडिया प्रभारी बन्शीलाल धाकड़ राजपुरा, प्रदेश अध्यक्ष मांगीलाल मालवी खानुखेड़ा और समिति के पदाधिकारियों की आपसी सहमति से विभिन्न मांगों को लेकर प्रतिवेदन केंद्रीय उप नारकोटिक्स आयुक्त व अफीम सरोदा कारखाना नीमच महाप्रबंधक के नाम से अधिकारियों द्वारा दिया गया। एक ज्ञापन केंद्रीय वित्त मंत्री के नाम जिला कलेक्टर नीमच द्वारा तहसीलदार को सौंपा गया।
ज्ञापन में मांग की गई कि जो सिपीएस पद्धति में अफीम पट्टे जारी किए गए हैं। उन्हें चिरा पद्धति में सम्मिलित किए जाएं व 1997 से आज तक के कटे हुए सभी अफीम पट्टे जारी किए जाए। चाहे कारण कुछ भी हो कारण रहा हो, जैसे घटिया गाढ़ता, वाटरमिक्स सस्पेक्ट औसत की कमी या अन्य कारण से जिन अफीम किसान के पट्टे निरस्त किए है वो फिरसे दिए जाए।
समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरसिंह डांगी व समिति के सदस्य श्यामलाल प्रजापत पिल्लू, भंवरलाल डांगी, बाबूलाल बैन्वड चूपना, माधुलाल डांगी आदि मौजूद रहे। नरसिंह डांगी ने कहा कि यदि आने वाली नई अफीम पॉलिसी में सीपीएस पद्धति को नहीं हटाया गया तो अफीम किसान उग्र आंदोलन करेंगे। जिसकी समस्त जवाबदारी सरकार की व प्रशासन की रहेगी।