BIG NEWS : नीमच की लाईफ लाईन में मात्र दो फिट पानी, नपा को महंगी पड़ सकती है लापरवाही, शहर की प्यास बुझाने के लिए शिवाजी सागर का आसरा, पढ़े अब्दुल अली ईरानी की ये पड़ताल करती रिपोर्ट

April 19, 2024, 4:13 pm




नीमच। मध्य प्रदेश के मालवा का पेरिस कहे जाने वाले नीमच में इन दिनों पानी के लिए त्राहिमाम मचा है। नीमच की लाइफ लाइन माने जाने वाले पेयजल के 21 फीट क्षमता वाले मुख्य स्रोत जाजू सागर में केवल 2 फीट पानी शेष है। वर्तमान में जाजूसागर में उपलब्ध जलराशि से अगले एक माह भी पानी शहरवासियों को उपलब्ध कराना संभव नहीं दिखता।पानी के अभाव के चलते गर्मी की शुरुआत में ही 2 दिन के अंतराल में नगर पालिका द्वारा मात्र 25 मिनट पानी की आपूर्ति की जा रही है। सामाजिक कार्यकर्ता हिंदू भगवा वाहिनी के प्रदेश अध्यक्ष एडवोकेट अमित शर्मा ने बताया कि नीमच शहर में नगर पालिका की लापरवाही के चलते पेयजल संकट खड़ा हो गया है। गर्मी के तेवर तीखे होते ही शहर में पेयजल के लिए लोगों को जतन करना पड़ रहा है। 2 दिन छोड़कर नगरपालिका द्वारा पेयजल सप्लाई किया जा रहा है। कुछ जगह तो 3 दिन तक पानी नहीं पहुंच रहा है। पानी का प्रेशर भी कम है। इससे हालात बिगड़ने लगे है। अपने ही कर्मचारियों के मिली भगत के चलते जाजू सागर से पानी की चोरी को रोकने में  नगरपालिका अमला नाकाम रहा। अब अल्प वर्षा के चलते पानी की किल्लत मुंह बाए खड़ी हो गई है। पानी के निजी टैंकर संचालकों ने भी प्रति टैंकर पानी के भाव सौ रुपए तक बढ़ा दिए हैं। ऐसे में गरीब और मध्यम परिवार के लिए टैंकर से पानी जूटा पाना संभव नहीं है। वही इस बारे में मुख्य नगरपालिका अधिकारी महेंद्र वशिष्ठ का कहना है कि शहर वासियों को पानी की दिक्कत ना हो इसके लिए ठिकरिया स्थित खुमान सिंह शिवाजी नगर सागर बांध से हमने पांच एमसीएम पानी आरक्षित किया है। शहर को प्रतिदिन 15 एमएलडी पानी हम सप्लाई कर रहे हैं। अभी 11 एमएलडी पानी शिवाजी सागर से और शेष पानी जाजू सागर से लिया जा रहा है। जलकल विभाग के अधिकारी सुरेश पवार ने बताया कि नगर पालिका के स्वामित्व के 37 कुए और 23 ट्यूबवेल हमारे पास है। आठ कुए और तीन ट्यूबवेल का अधिग्रहण नगर पालिका द्वारा कर लिया गया है। वैकल्पिक व्यवस्था के रूप में इनके उपयोग हेतु तैयारियां कर ली गई है। नगर पालिका अधिकारी यह भी कह रहे हैं कि जाजू सागर ने साथ नहीं दिया तो 15 एमएलडी पानी शिवाजी सागर से उठाया जाएगा। मुख्य रूप से पिछड़ी बस्ती और मध्यमवर्ग की कॉलोनी और मोहल्लों में पानी की ज्यादा समस्या है। शहर वासियों के पानी के निजी स्रोत भी सुखने लगे है। जैसे-जैसे गर्मी के तेवर तीखे होते जा रहे हैं पानी की खपत भी बढ़ती जा रही है। जहां तक शिवाजी सागर से 5 एमसीएम पानी आरक्षित करने की बात की जा रही है, वहां यह तथ्य भी गौरतलब है कि शिवाजी सागर में मात्र 7 एमसीएम पानी है। नीमच नगरपालिका और प्रशासन के लिए गर्मी के मौसम में पानी की आपूर्ति एक बड़ी चुनौती है।

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