KHABAR : ग्वालियर, चंबल के लोकसभा क्षेत्रों की रिपोर्टिंग, सीईओ ने अफसरों से पूछा, वोटिंग परसेंट बढ़ाने क्या नए प्रयोग कर रहे, तैयारियों का किया रिव्यू, पढे़ खबर

April 24, 2024, 2:27 pm




ग्वालियर। प्रदेश में दूसरे चरण के लिए शुक्रवार को होने वाली वोटिंग के ठीक पहले चुनाव आयोग के निर्देश पर तीसरे चरण वाले लोकसभा क्षेत्रों की तैयारियों की समीक्षा मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी (सीईओ) कर रहे हैं। ग्वालियर में हो रही इस बैठक में ग्वालियर चंबल संभाग के जिलों और यहां के लोकसभा सीट की तैयारियों की समीक्षा की जा रही है। सीईओ की बैठक में अधिकतम वोटिंग पर फोकस किया जा रहा है। इसके अलावा मतदान केंद्रों की तैयारियां और सुरक्षा व्यवस्था के साथ आचार संहिता के पालन की रिपोर्ट भी सीईओ कलेक्टरों, पुलिस अधीक्षकों से ले रहे हैं। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी राजन अपनी टीम के सदस्यों संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी विवेक श्रोत्रिय, राज्य नोडल अधिकारी पुलिस अंशुमान सिंह और अन्य अधिकारियों के साथ ग्वालियर में बैठकें ले रहे हैं। इस बैठक में सीईओ ने ग्वालियर, भिंड, मुरैना, गुना, श्योपुर, दतिया, शिवपुरी, अशोकनगर जिलों के कलेक्टरों और पुलिस अधीक्षकों के साथ चुनावी तैयारियों पर चर्चा की। इस बैठक में सीईओ पुलिस अधीक्षकों को ऐसे तत्वों के खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की रिपोर्ट ले रहे हैं जो चुनावी प्रक्रिया के दौरान अशांति फैलाने की कोशिश कर सकते हैं। बैठक में लोकसभा चुनाव के मद्देनजर अपराधिक तत्वों के खिलाफ अब तक की गई कार्रवाई का जिलावार डिटेल लिया गया। सीईओ राजन ने संवेदनशील और संवेदनशील इलाकों में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था करने और मतदाताओं को डराने, धमकाने या प्रलोभन देने की शिकायतों या सूचनाओं पर तत्काल और सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिये हैं। चेक पोस्ट पर जांच में हो सख्ती मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने ऐसे जिलों में जहां कुछ दिनों बाद चुनाव होने हैं, वहां चेक पोस्ट पर सख्ती बरतने और वाहनों की सघन तलाशी लेने को कहा है। मतदान से 48 घंटे पहले एसओपी का सख्ती से पालन करने के साथ सुचारू मतदान के लिए कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षकों को खुद ऐसे स्थानों का निरीक्षण करने के लिए कहा गया जहां पांच से अधिक मतदान केन्द्र हैं। उन्होंने संवेदनशील और अति संवेदनशील मतदान केंद्रों पर सख्त सुरक्षा उपाय करने की आवश्यकता पर जोर दिया। राजन ने कहा कि चुनाव आयोग ने अब आवश्यकता के अनुसार कुल मतदान केंद्रों के 75 प्रतिशत के बराबर कैमरे लगाने की अनुमति दे दी है। मतदान केंद्र के अंदर और बाहर वेबकास्टिंग के लिए कैमरे भी लगाए जा सकते हैं।

संबंधित समाचार

VOICE OF MP