जावद। मिली जानकारी अनुसार गुरुवार को नीमच दरवाजा स्थित मस्जिद में कमेटी की बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में जावद शहर काजी सैयद अदिल कादरी साहब के बहनोई डॉक्टर सैयद नईम इकबाल हाफिज साहब (कोटा) मुख्य रूप से शामिल हुए। यहां पर मस्जिद के नाम को लेकर कई महीनो से वाद-विवाद चल रहा था, लोगों में नाईत्तेफाकी बढ़ रही थी। विवादों को बढ़ावा ना मिले इसलिए कोम के समझदार लोगों के द्वारा दोनों पक्षों को एक साथ बैठाया, सारे मसलों पर बात की गई। सभी ने विवाद को खत्म किया एवं सभी के सहमति से मस्जिद का नाम बदल कर हुसैनी मस्जिद रखा गया। आपस में एक दूसरे ने मुसाफा किया एवं फातिहा-दारूद कर तबर्रुक तकसीम किया गया।
वहीं कमेटी के सदर फिरोज हुसैन मेवाफरोश ने कहा कि अब हमारे बीच कोई विवाद नहीं है, सारे मसलों पर बात हो गई है। कोई भी मुस्लिम भाई वाद-विवाद नहीं चाहता हम सभी भाई-भाई हैं। अगर कोई भी व्यक्ति इस मस्जिद को लेकर कोई अफवाह फैलता है तो उसे तुरंत मेरे पास लाया जाए। अगर किसी को कोई शिकायत भी है तो भी मुझे बताया जाए, हम सब एक हैं। अफवाहों पर कोई ध्यान ना देवे।
इस मौके पर डॉक्टर सैयद नईम इकबाल हाफिज साहब कोटा, मस्जिद के पूर्व सदर हाजी ख्वाजा हुसैन मेवाफरोश, सदर फिरोज हुसैन मेवाफरोश, नायब सदर हाजी मोहम्मद हुसैन रंगरेज, हाफिज समीर कादरी, हाफिज आसिफ कादरी, हाजी अमजद हुसैन, हाजी जफर हुसैन, शफी भाई मेवाफरोश, छोटू भाई रंगरेज, सैयद इमरान कादरी, राजाबाबू मेवाफरोश, डॉक्टर रिजवान कादरी, असलम खान (टीवीएस), पूर्व पार्षद प्रतिनिधि बुंदु मेवाफरोश, अफरोज मेवाफरोश, मुबारिक रंगरेज (रूपारेल), सलीम रंगरेज, शहजाद मेवाफरोश, जाफर (भुरू) रंगरेज, अकरम मेवाफरोश, सैयद अनवर उस्ताद, साहिल मेवाफरोश, रिजवान मेवाफरोश सहित मस्जिद कमेटी के मेंबरान मौजूद थे।