नीमच। गुरु पूर्णिमा के इस पर्व का भारतीय संस्कृति में गुरु का स्थान बहुत महत्वपूर्ण होता है। गुरु को भगवान से भी ऊंचा दर्जा दिया जाता है। गुरु ज्ञान देते हैं और जीवन की सही दिशा बताते हैं। गुरु की महिमा और महत्व सभी तक पहुंचाने के लिए प्रतिवर्ष आषाढ़ मास की पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा के तौर पर मनाते हैं। पौराणिक ग्रंथों के मुताबिक, इस दिन महर्षि वेदव्यास का जन्म हुआ था। इस पर्व को व्यास पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है।
इस खास अवसर पर आज मालवा मेवाड़ के प्रसिद्द समाज सेवी अशोक अरोरा गंगानगर वाले द्वारा अपने गुरु सन्त श्री 1008 श्री कमलानंद गिरी जी महाराज की पुण्य तिथि पर हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी ग्राम लेवड़ा में स्थित शिव शक्ति आश्रम परिसर में एक भव्य विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। जिसमे हजारो की तादाद में प्रसाद ग्रहण करने भक्तगणों की भीड़ उमड़ी।
भगवान और धर्म के कार्य में हमेशा बढ़चढ़ हिस्सा लेने वाले समाजसेवी अशोक अरोरा द्वारा इस आश्रम परिसर में भी एक भव्य मंदिर का निर्माण किया जा रहा है। जहां हजारो भक्त अपने भगवान के दशर्न करेंगे।
गुरु पूर्णिमा पर इस भंडारे में समाजसेवी अशोक अरोरा, गोपाल गर्ग, हरीश दुआ, पिंकू, एडवोकेट मनीष जोशी, संजीव पगारिया, मोनू लॉक्स सहित कई वरिष्ठजन एवं भक्तगण मौजूद रहे।