भोपाल। मप्र की राजनीति इन दिनों उत्तर प्रदेश की कास्ट पॉलिटिक्स की तरह चल रही है। शिवराज सरकार तमाम जातियों के सम्मेलन, महाकुंभ का आयोजन करके सामाजिक बोर्ड के गठन का ऐलान कर रही है तो वहीं कांग्रेस भी इसी तरह के जातिवार सम्मेलन कर रही है। कांग्रेस के संगठन को दुरुस्त कर चुनावी रणनीति बनाने में जुटे पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने गुर्जर समाज के आराध्य देव को मनाने के लिए करीब 18 किलोमीटर की नंगे पैर पदयात्रा की।
बुधवार दोपहर करीब तीन बजे दिग्विजय सिंह ने बैरसिया क्षेत्र के बरखेडी देव गांव में स्थित भगवान देवनारायण तीर्थ क्षेत्र की परिक्रमा शुरु की। इस पूरी 18 किलोमीटर की पदयात्रा में दिग्विजय ने जूते-चप्पल नहीं पहने। कंकरीले-पथरीले रास्तों पर दिग्गी ने नंगे पैर चलते हुए रात करीब साढे़ नौ बजे अपनी परिक्रमा पूरी की। इस परिक्रमा के मार्ग में पड़ने वाले हनुमान जी के सात मंदिरों और पहाड़ी पर बने एक मंदिर में भी दिग्गी ने जाकर माथा टेका।
बैरसिया के स्थानीय कांग्रेस नेताओं ने दावा किया कि बरखेडी देव स्थित तीर्थ क्षेत्र में बुधवार को 50 हजार से ज्यादा श्रृद्धालु पहुंचे। इस दौरान दिग्विजय सिंह की पदयात्रा में बरखेडी देव तीर्थ क्षेत्र के पंडा दशरथ सिंह गुर्जर ने भी नंगे पैर परिक्रमा की। दिग्गी के साथ पूर्व सांसद रामेश्वर नीखरा ने भी 18 किलोमीटर की परिक्रमा पूरी की।
मप्र में गुर्जर समाज की करीब 35 लाख आबादी है। पेशे से उन्नत खेती करने वाले इस बडे़ कृषक वर्ग को साधने के लिए दिग्विजय सिंह ने बैरसिया विधानसभा क्षेत्र के भगवान देवनारायण के तीर्थ क्षेत्र को चुना। अकेले बैरसिया विधानसभा में ही गुर्जर समाज के करीब 50 हजार वोटर हैं। गुर्जर समाज के श्रृद्धालुओं की मौजूदगी में दिग्विजय सिंह ने 18 किलोमीटर की पदयात्रा कर उन्हें जोडने की कोशिश की है।