देवास। हर साल की तरह इस वर्ष भी शहर में अनंत चतुर्दशी पर भगवान गणेश की प्रतिमाओं के साथ विभिन्न झिलमिलाती झांकियों का कारवां शहर के प्रमुख मार्गों पर निकला। बीती रात 9 बजे शुरू हुआ चल समारोह अल सुबह तक चलता रहा। चल समारोह को देखने के लिए दूर-दूर से कई लोग शहर पहुंचे। चल समारोह के दौरान अखाड़ों के कलाकारों द्वारा भी एक से बढ़कर एक हेरत अंगेज कारनामें दिखाए गए। विशाल चल समारोह में बीएनपी, नगर निगम, संस्था श्रीमंत सहित करीब 40 झांकियां शामिल हुई। कई स्वागत मंचों द्वारा भगवान गणेश की प्रतिमाओं के साथ आकर्षक झाकियों का उत्साह के साथ स्वागत किया गया। चल समारोह के दौरान जगह-जगह पर पुलिस बल तैनात रहा। देर रात को ही कई बड़ी प्रतिमाओं को कालुखेड़ी स्थित तालाब पर विसर्जित किया गया। विगत कुछ वर्षों पुरानी यादे ताजा हो गई। कोरोना काल होने से पिछले दो से तीन वर्षों में चल समारोह में बहुत कम झांकियां शामिल हुई थी लेकिन इस वर्ष झांकियों का कारवां शुरू हुआ तो अल सुबह तक चलता रहा।देवास महाराज विक्रम सिंह पवार ने कहा की गणेश चतुर्थी का विसर्जन समारोह भव्य रूप से निकाला गया है। मेरा सौभाग्य है की मुझे शहर में निकले श्री गणेश की प्रतिमाओं का दर्शन करने को मिला।बहुत ऐतिहासिक तरीके से पर्व को बनाया।सब लोग साथ मिलकर इस त्यौहार को बना रहे है। यह एक उदहारण देवास ही नही अपितु पूरे राष्ट्र के लिए बन रहा है।महापौर प्रतिनिधि दुर्गेश अग्रवाल ने कहा की हिंदू धर्म में गणेश उत्सव का बहुत बड़ा महत्व है। पिछले दस दिनों से गणेश उत्सव धूम धाम से मनाया जा रहा था। बप्पा की विदाई के रूप में अनंतचतुर्दशी का पर्व मनाया जा रहा है। भगवान से यही प्रार्थना है कि देवास शहर सुख व समृद्ध रहे।