रामपुरा। आगामी वर्ष 2024 में प्रदेश स्तरीय गिद्ध गणना का कार्य वन विभाग द्वारा स्वयं सेवी संस्थाओ एवं विभाग के कर्मचारियों की मदद से किया जाना है। इस हेतु प्रदेश स्तरीय कार्यशाला का आयोजन 10 अक्टूबर 2023 को भोपाल में किया गया था। उसी कड़ी में वृत्त स्तरीय प्रशिक्षण/कार्यशाला का आयोजन गाँधीसागर अभयारण्य में किया गया। जिसमे उज्जैन वृत्त अंतर्गत वन मण्डल देवास, शाजापुर, रतलाम, मंदसौर, नीमच, उज्जैन एवं मंदसौर के कुल 80 वन अधिकारियों/कर्मचारियों तथा स्वयं सेवकों ने प्रतिभागिता की। वृत्त स्तरीय कार्यशाला हेतु प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यप्राणी) भोपाल से नियुक्त मास्टर ट्रैनर डॉक्टर विकास यादव द्वारा उपस्थित समस्त प्रशिक्षणार्थियों को गिद्धों के पारिस्थितिकीय तंत्र मे महत्व को समझाते हुए गिद्ध गणना की बारीकियों से अवगत कराया।
गाँधीसागर अभयारण्य में मौजूद है गिद्धों की 07 प्रजाति-
गाँधीसागर अभयारण्य मे गिद्धों की कुल 07 प्रजातियाँ पाई जाती है। जिसमे से 04 प्रजाति- देशी गिद्ध, ईजिप्शियन गिद्ध, सफेद पीठ वाला गिद्ध एवं राज गिद्ध स्थानिय है तथा 03 प्रजाति- सिनेरियस (काला गिद्ध), हिमालयन ग्रिफन एवं यूरेशीयन ग्रिफन प्रवासी गिद्ध है जो सर्दी के समय अभयारण्य को अपना आवास स्थल बनाते है।
वर्ष 2021 की गणना मे मध्यप्रदेश मे दूसरे नंबर पर था मंदसौर जिला-
वर्ष 2021 में हुए गिद्ध गणना में मंदसौर जिले में, पन्ना जिले के उपरांत सर्वाधिक गिद्धों की उपस्थिति पाई गई थी। गिद्ध गणना रिपोर्ट अनुसार मंदसौर जिले में वर्ष 2021 मे 676 गिद्ध पाए गए थे।
दो चरणों मे की जाएगी गिद्ध गणना-
मास्टर ट्रैनर द्वारा बताया गया कि इस वर्ष होने वाली गिद्ध गणना 02 चरणों में की जाएगी ताकि स्थानिय गिद्ध एवं प्रवासी गिद्धों की संख्या का प्रथक-प्रथक आंकलन किया जा सके। गणना की संभावित तिथियाँ फरवरी एवं मई-जून माह में होने की संभावना है।