POLITICS ANALAYSIS : भाजपा-कांग्रेस ने साफ की नगर पालिका नीमच के 40 वार्डों के प्रत्याशियों की स्थिति, अब मतदाताओं के सामने उम्मीदवारों की कठिन परीक्षा, वार्ड 12 में जिनेन्द्र मेहता व विकास राव शिंदे आमने-सामने, जाने कौन किस पर पड़ेगा भारी, पढ़े डेस्क इंचार्ज महावीर सैनी की खबर
नीमच। प्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव की घोषणा व तारीखों के ऐलान के साथ ही राजनीतिक पार्टियां सक्रिय हो गई थी। भाजपा-कांग्रेस के साथ आम आदमी पार्टी ने भी शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में नगरीय निकाय चुनाव में अपने-अपने प्रत्याशियों को उतार दिया है।
नगर पालिका नीमच सहित सभी नगर परिषदों में प्रत्याशियों का चेहरा स्पष्ट हो गया है। अब मतदाताओं की कठिन परीक्षा का दौर भी शुरू हो गया है। मतदाता ही अपने-अपने वार्ड के लिए सच्चे व ईमानदार छवि के प्रत्याशी का चयन करेंगे। पूर्व में नगर पालिका परिषद में भाजपा का बोर्ड था। राकेश जैन पप्पू के हाथ में अध्यक्ष की कमान थी। पुरानी परिषद के कार्यकाल को देखते हुए इस बार दोनों ही पार्टी ने अपने-अपने प्रत्याशियों को मैदान में उतारा है।
वार्ड क्रमांक 12 से भाजपा ने उतारा जिनेन्द्रमेहता को मैदान में, कांग्रेस ने राजनीति में नए चेहरे पर लगाया दांव-
नपा के वार्ड नं. 12 से भारतीय जनता पार्टी ने जिनेन्द्र मेहता को प्रत्याशी बनाया है। वहीं कांग्रेस ने राजनीति में नए चेहरे विकास राव शिंदे पर दांव लगाया है। भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी जिनेन्द्र मेहता की पार्टी में मजबूत पकड़ है। भाजपा के मंत्री, विधायक सहित अन्य बड़े नेताओं से सीधा संपर्क है। वार्डवासी भी जिनेन्द्र मेहता की दावेदारी से उत्साहित दिखाई दे रहे हैं। पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने भी इनके पक्ष में मोर्चा संभाल लिया है। वे प्रतिदिन वार्डवासियों से संपर्क बनाए हुए हैं।
वहीं कांग्रेस की बात करें तो इस बार वार्ड क्रं. 12 से विकास राव शिंदे को प्रत्याशी बनाया गया है। ये चेहरा राजनीति में नया उभरकर सामने आया है। जबकि पत्रकारिता के क्षेत्र में इनका अच्छा नाम है। पत्रकार के तौर पर इन्हें समूचा वार्ड पहचानता है। युवा मतदाताओं में भी इनकी अच्छी पकड़ मानी जा रही है। पार्टी ने उन पर भरोसा जताया है। कांग्रेस के पूर्व विधायक सहित तमाम दिग्गज नेताओं की फौज उनके समर्थन में उतर गई है। ऐसे में ये नया चेहरा भी भाजपा को मैदान में सीधी टक्कर दे सकता है। वही राजनिती समीकरणों का इतनी समझ नही है पहला चुनाव लड़ रहे है जबकि जिनेन्द्र मेहता कई बार चुनाव लड़ चुके है इस लिये ये फायदा जीनू को मिलता दिख रहा है