रतलाम। राष्ट्रीय नीति के अनुसार सन् 2030 तक युवा एवं प्रौढ साक्षरता दर को सौ प्रतिशत तक पहुंचाने के उद्देश्य से राष्ट्रीय साक्षरता मिशन प्राधिकरण भारत सरकार द्वारा नवभारत साक्षरता कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है। यह कार्यक्रम देश में अप्रैल 22 से वर्ष 2027 तक के लिए प्रारम्भ किया गया है। कार्यक्रम के संचालन हेतु तकनीकी अनुबंध राज्य शिक्षा केन्द्र भोपाल तथा टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज टीसीएस के बीच किया गया है।प्रदेश के जिला समन्वयक तथा ब्लाक स्तर के सहसमन्वयकों का राज्य स्तरीय प्रशिक्षण टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज सुपर कारिडोर इंदौर पर संयुक्त सचिव मानव संसाधन विकास मंत्रालय भारत सरकार अर्चना शर्मा के विशेष आतिथ्य में आयोजित किया गया।
शर्मा ने कहा कि साक्षरता विशेषकर महिलाओं को विवेकपूर्ण स्वतंत्रता प्रदान करती है ताकि वह रुढीगत बंधनों से मुक्त हो सके एवं यह कौशल उसे वर्ग, जाति तथा जेण्डर के आधार पर हो रही असमानता के विरुद्ध संघर्ष करने की सोच प्रदान करता है। राज्य शिक्षा केन्द्र कंट्रोलर साक्षरता मिशन डा. राकेश दुबे तथा टीसीएस के पदाधिकारी उपस्थित थे। रतलाम जिले के समन्वयक ज्ञानेश्वर परिहार, विकासखण्ड स्तर पर विशाल पाण्डे, रविन्द्र त्रिवेदी, मोहन जोशी, रामकृष्ण उपाध्याय, नरेन्द्र शर्मा तथा रामलाल निनामा द्वारा प्रशिक्षण प्राप्त किया गया।