देवास। भारत सरकार ग्रामीण विकास विभाग एवं पशुपालन डेयरी विभाग समन्वय द्वारा नवाचार कार्यक्रम प्रशिक्षण उज्जैन संभाग में प्रथम जिला देवास में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन की सक्रिय स्व- सहायता समूह सदस्यों के साथ दिनांक 30 जनवरी से 15 फरवरी तक लगातार चलने वाला आरसेटी प्रशिक्षण संस्थान देवास में प्रारंभ किया गया। जिसमें जिले के सभी विकासखंड से कुल 25 स्व सहायता समूह की महिलाओं ने भाग लिया। प्रशिक्षण पश्चात यह सभी महिलाएं गौ-सेवक के रूप में एनआरएलएम एवं पशुपालन विभाग के साथ समन्वय कर कार्य करेगी। जिससे जिले में पशुओं का उपचार समय पर टीकाकरण और दुग्ध उत्पादन में वृद्धि होगी।
उप-संचालक पशुपालन डॉ ओ.पी. त्रिपाठी ने बताया कि इस प्रशिक्षण महिलाओं के लिए बहुत उपयोगी सिद्ध होगा। क्योंकि ग्रामीण क्षेत्र में महिलाएं बहुत ही सक्रिय रूप से कार्य कर रही हैं, निश्चित ही पशुपालन, दुग्ध उत्पादन में बढ़ोतरी होगी। डीपीएम राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन ने बताया कि सखी जिले में पशु स्वाथ्य सुधार, टीकाकरण और दुग्ध उत्पादन मे अनुकरणीय कार्य करेंगी, ऐसी आशा है। यह 17 दिवस चलने वाला प्रथम प्रशिक्षण है। जिसमें एक दिवस केवीके भ्रमण एवं एक दिवस सांची डेयरी भ्रमण भी रखा गया है। उक्त प्रशिक्षण नेशनल डेयरी बोर्ड द्वारा कोरडिनेट किया जा रहा है।