शाजापुर। बालिकाएं पढ़-लिखकर सक्षम बने। यह बात कलेक्टर किशोर कुमार कन्याल ने आज लाड़ली लक्ष्मी उत्सव सप्ताह के प्रथम दिवस ग्राम दिल्लौद की झिरीपुरा आंगनवाड़ी केन्द्र में उपस्थित लाड़ली बालिकाओं से कही। इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास प्रभारी कार्यक्रम अधिकारी नीलम चौहान, सीडीपीओ नेहा चौहान, विधि परीवीक्षा अधिकारी भीष्म गुप्ता सहित आंगनवाड़ी केन्द्र के आसपास की बालिकाएं एवं उनकी माताएं बड़ी संख्या में उपस्थित थी। कलेक्टर ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा बालिकाओं के उत्थान के लिए अनेक योजनाएं एवं कार्यक्रम क्रियान्वित किये जा रहे हैं। बालिकाएं इसका लाभ लेकर आगे बढ़ सकती हैं। राज्य सरकार का उद्देश्य महिलाओं एवं बालिकाओं को सक्षम बनाना है।
इस अवसर पर कलेक्टर कन्याल ने कहा कि जीवन में आगे बढ़ने के लिए दृढ़ निश्चय एवं कठिन परिश्रम की आवश्यकता होती है। उन्होंने कहा कि अपना लक्ष्य ऊंचा रखें और विचार करें कि उन्हें क्या बनना है, उसी के अनुरूप आगे बढ़े। सभी बालिकाएं अपनी रूचि एवं शौक को पूरा करने के लिए आगे बढ़े। उन्होंने बालिकाओं से कहा कि शिक्षा के अलावा अन्य क्षेत्रों जैसे कि नृत्य, गीत, अभिनय में भी अपनी रूचि बढ़ाएं। इस अवसर पर यहां उपस्थित बालिका निशा ने बताया कि आवागमन की परेशानी के कारण उसने कक्षा 8वी से शाला त्याग दिया है। कलेक्टर ने महिला एवं बाल विकास अधिकारी को निर्देश दिये कि बालिका की शिक्षा व्यवस्था के लिए समुचित प्रबंध कराएं।
उन्होंने कहा कि बालिकाओं को यदि किसी दबंग व्यक्ति से खतरा महसूस हो रहा हो, तो वे उन्हें या पुलिस अधीक्षक को व्यक्तिगत फोन लगाकर भी अवगत करा सकती है। इस मौके पर कार्यक्रम अधिकारी चौहान ने भी बताया कि हेल्पलाइन 1098 या 181 पॉक्सो ई-बॉक्स पर फोन लगाकर मदद मांग सकती हैं। बालिकाओं का नाम गोपनीय रखा जाकर संबंधितों के विरूद्ध कार्रवाई की जाती है।
कलेक्टर कन्याल ने इस मौके पर उपस्थित सभी बालिकाओं एवं उनकी माताओं को ष्हमारा शाजापुर स्वच्छ शाजापुरष् का संकल्प दिलाते हुए अपने घर, गली, मोहल्ले एवं ग्राम को स्वच्छ रखने के लिए कहा। इस मौके पर लाड़ली बालिका अधीरा सेंधव को लाड़ली लक्ष्मी का प्रमाण-पत्र भी प्रदान किया। आंगनवाड़ी में बालिकाओं ने सुंदर रंगोली भी सजाई थी।
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