सीतामऊ। भाजपा सरकार में भ्रष्टाचार रुकने का नाम नहीं ले रहा लगातार मंदसौर जिले में भ्रष्टाचार अपने चरम सीमा की ओर पहुचता जा रहा है।
हाल ही में सीतामऊ वृत्ताकार सोसायटीओं में प्रबंधक और सहायक प्रबंधक की भर्ती निकाली गई थी । जिसमें पात्र को अपात्र बना दिया गया और अपात्र को पात्र बनाकर भर्ती नियमों को ताक में रखकर नियुक्तियां कि गई। कोई चौकीदार से डायरेक्ट प्रबंधक बन गया तो कोई ऑपरेटर से सहायक प्रबंधक बन गया तो किसी को बीना अनुभव व योग्यता के ही पात्र घोषित कर दिया गया।
विश्वसनीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जिम्मेदारो ने पिछले वर्ष के आवेदनों पर संज्ञान न लेते हुए इस वर्ष ताबड़तोड़ तरीके से 15 दिनों में नए आवेदन गुपचुप तरीके से बुलाए गए, जिसकी वजह से बहुत से पात्र लोग आवेदन ही नहीं दे पाए और जिन्होंने दिए उनमें भी बड़ी विसंगतिया सामने आ रही है, जिसकी जांच हो तो कई जिम्मेदारो की नपती हो सकती है तो कई अपात्र घर बैठ सकते है। विश्वस्त सूत्रों का कहना है कि यह सभी लक्ष्मी जी की कृपा से हुए हैं, जिसमे जिम्मेदारो ने अपात्र को पात्र बना दिया है और पात्र को अपात्र घोषित कर बाहर कर दिया गया। एक तरफ प्रदेश के मुखिया कहते हैं कि मध्य प्रदेश भ्रष्टाचार मुक्त होगा और पूरे प्रदेश में सुशासन स्थापित होगा दूसरी तरफ जिले में हुई वृत्ताकार सोसायटीओं की भर्ती में लक्ष्मी जी की कृपा से इस तरह पात्र अपात्र का खेल हुआ है? क्या इसकी जांच करवा पाएंगे?