झाबुआ। कलेक्टर तन्वी हुड्डा के मार्गदर्शन में झाबुआ को पीरियड फ्रेंडली बनाने के लिए जिले में आनदनहीबीटेड एवं युनिसेफ संस्था द्वारा मिशन महिमा कार्यक्रम मासिक धर्म स्वास्थ्य और स्वच्छता पर जागरूकता, निर्माण और क्षमता निर्माण पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। जिले के सभी ब्लॉक जिनमें झाबुआ, मेघनगर, थांदला, पेटलावद, रामा एवं राणापुर में कुल 171 हॉस्टल वार्डन को प्रशिक्षण दिया गया। अब तक सभी ब्लॉक के हॉस्टल वार्डन को 1 दिन का ओरिएंटेशन दिया जा चुका है। ओरिएंटेशन प्रशिक्षण में वार्डन ने अपने छात्रावासों में किशोरियों के लिए मासिक धर्म के अनुकूल माहौल बनाने की कार्य योजना तय की। प्रशिक्षण में सिकल सेल, बाल विवाह के प्रति भी जागरूक किया गया क्योंकि जिले में इनके दुष्प्रभाव देखे जा रहे है।
इस ओरिएंटेशन का उद्देश्य विद्यार्थियों को सशक्त बनाना है ताकि वे सही निर्णय ले सकें और अपनी पढ़ाई अच्छी तरह से पूर्ण कर सके। जब मासिक धर्म के मुद्दों पर चर्चा करने की बात आती है, तो अध्ययनों से पता चलता है कि किशोर छात्राएं अधिकतर अपने साथियों के साथ इस बारे में बात करती हैं और वे महिला शिक्षिकाओं जैसे अधिकारियों के पास केवल तभी आती हैं जब वास्तव में आवश्यक होता है।
माहवारी स्वास्थ्य और स्वच्छता पर हॉस्टल वार्डन का प्रशिक्षण आयोजित किया गया। जिसमें मासिक धर्म कैसे वर्जित बना हुआ है और कैसे युवा लड़कियां अभी भी इस स्थिति के बारे में असहज और शर्मिंदगी महसूस करती हैं एवं किस प्रकार वार्डन एवं शिक्षिका मागदर्शक के रूप में कार्य कर सकती हैं। इसलिए मासिक धर्म स्वास्थ्य और स्वच्छता प्रबंधन में शिक्षिकाओं, वार्डन की भागीदारी एक प्रमुख कारक बनी हुई है।
जनजातीय कार्यविभाग, शिक्षा विभाग, डीपीसी अन्तर्गत सभी छात्रावास अधीक्षिका को प्रशिक्षित किया गया। साथ ही महावारी स्वास्थ्य एवं स्वच्छता तथा बाल विवाह के दुष्परिणाम पर भी प्रशिक्षण देकर जागरूक किया गया।