नागदा। विधानसभा चुनाव का दौर वर्तमान में चल रहा है और इस समय में परियों में इधर से उधर और उधर से इधर का दौर चल रहा है ऐसे में हम बात करें नागदा खाचरोद विधानसभा की तो यहां वर्तमान में 218000 के लगभग मतदाता है और 2003 से यहां लगातार (2013 को छोड़ कर) दिलीप से गुर्जर विधायक है ! एक समय यह क्षेत्र जैन संघ और भाजपा का गढ़ माना जाता था किंतु दिलीप से गुर्जर के मैदान में आने के बाद क्षेत्र में गुर्जर समाज के मतदाताओं की बहुलता होने के कारण यहां से वह लगातार जीते आ रहे है, किन्तु इस बार विधानसभा में अन्य मतादाता के साथ ही गुर्जर मतादाता में भी परिवर्तन देखने को मिल रहा है ! विधानसभा का दिवेल गांव जहा से वर्तमान में 12 जनो के द्वारा कांग्रेश छोड़ कर भाजपा की सदस्यता ली है ! हमारे प्रतिनिधि को इन ग्रामीण मतदाताओं ने बताया कि हम पिछले 20 वर्षों से कांग्रेस में है, किंतु हमारे छोटे-छोटे कामों के लिए हमें भटकना पड़ता है जीवन से गुर्जर ने बताया कि मेरा बीपीएल राशन कार्ड नहीं बना जबकि मैं इस बारे में कई बार विधायक जी के पास भी गया, वहीं अन्य ग्रामीणों ने यह भी बताया कि हमारे गांव में एक स्थान तालाब का है हर बार चुनाव के समय यह जूना पानी का तालाब बनाने का वादा करते हैं किंतु उसके बाद अपने वादे को भूल जाते हैं आज तक तालाब नहीं बन पाया ! कार्यकर्ताओं ने बताया कि हम प्रारंभ से ही कांग्रेस से जुड़े हुए किंतु हमारे एक रोड जहा 40 परिवार का आनाजाना होता है उसको भाजपा के द्वारा बनवाया गया जब हमारे काम बीजेपी के द्वारा होते हैं तो फिर हम कांग्रेस मैं क्यों रहे और इस कारण से हमने स्वेच्छा से नागदा पहुंचकर भाजपा प्रत्याशी तेज बहादुर से चौहान की उपस्थिति में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की।
दिवेल गांव से जिनके द्वारा कांग्रेस छोड़ भाजपा की सदस्यता ली गई उनमें चौनसिह गुर्जर, कृष्णकांत चौधरी, मानसिंह गुर्जर, मनोहर सिंह गुर्जर, बनेसिस गुर्जर, रनजित चौधरी, शंभुसिंह गुर्जर, गोवर्धन सिंह गुर्जर, रघुवीर सिंह गुर्जर, जसवंत सिंह गुर्जर, जीवनसिह गुर्जर, है जिन्होंने भाजपा के सदस्यता ली इस दौरान हमारे प्रतिनिधि ने उनसे यह भी पूछा कि क्या आप किसी प्रलोभन, दबाव या डर मैं भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर रहे हैं तो उन्होंने बताया कि ऐसा नहीं है हम स्वेच्छा से भाजपा की सदस्यता ले रहे हैं ।
दिवेल निवासी जीवनसिंह गुर्जर ने बताया कि में पिछले समय 17 सालों से कांग्रेश में हु ओर विधायकजी को ही वोट देता आया हु, ओर इस बीच 8 बार भाई साहब के पास गया कि मेरा राशन कार्ड बना दो मेरी पर्ची बना दो, पँचायत ओर जनपद में भी गया किन्तु मेरा राशन कार्ड ही नही बना ! गांव में हमारे एक तालाब की बड़ी समस्या है यह तालाब बन जाए तो पानी की समस्या हल हो जाती किंतु तालाब नहीं बना !