बुरहानपुर। जिले के ग्राम बसाड़ रोड पर उद्योगों से निकलने वाला कैमिकल (कांजी) खुले में फेंक दिया जा रहा है, यह कैमिकल ट्रेक्टर ट्रॉली के माध्यम से यहां डंप किया जा रहा है, जिसके कारण आसपास के करीब 50 किसानों की कृषि भूमि प्रभावित हो चुकी है इन कृषि भूमियों का उपजाऊपन खत्म हो चुका है। वहीं खेतों के कुओं का पानी भी दूषित हो चुका है, किसान परेशान जिम्मेदार मस्त है।
बुरहानपुर जिले के ग्राम बसाड रोड पर फैक्ट्रियों से निकलने वाले कैमिकल (कांजी) से किसानों की फसलें खराब होने और कुओं का पानी प्रदूषित होने का मामला सामने आया है। किसानों का आरोप है कि आसपास मौजूद फैक्ट्रियों और उद्योग नगर की फैक्ट्रियों से निकलने वाला कैमिकल (कांजी) का क्षेत्र में जमावड़ा किया जा रहा है। यह केमिकल (कांजी) खेतों की जमीनों में रिस रहा है, जिससे खेतों की उपजाऊ क्षमता प्रभावित हो रही है। फसलें खराब हो रही है। उत्पादन नहीं हो रहा। कुओं का पानी भी प्रदूषित हो रहा है जो फसले सिंचाई योग्य ही नहीं, पीने योग्य भी नही बचा है। यह कैमिकल इतना खतरनाक है कि इसे खुले में बाहर फेकने पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा प्रतिबंध है। इसे नष्ट करने के लिए शासन द्वारा निर्धारित रामकी एजेंसी है, और जो फैक्ट्रीयों से निकलने वाला वेस्ट कैमिकल (कांजी) निकलता है, वह रामकी एजेंसी को ही दिया जाता है, किन्तु यहां देखने में आया है कि फैक्ट्री संचालकों द्वारा खुले में ही कैमिकल को डंप कर प्रदुषण फैलाया जा रहा है।
जब किसानों से चर्चा की गई तो किसानो ने बताया कि जिला कलेक्टर से समस्या के निराकरण की मांग की है। प्रदुषण नियंत्रण बोर्ड को भी इसकी शिकायत की गई है, किन्तु आज तक कोई समस्या का समाधान नही हो पाया है।
वहीं जब इस सम्बंध में टेक्सटाइल एसोसिएशन अध्यक्ष सुरेश लखोटिया से चर्चा की गई तो उन्होंने बताया कि किसी प्रकार से कैमिकल बाहर नहीं फेका जा रहा है। शासन द्वारा निर्धारित रामकी एजेंसी को ही फैक्ट्रियों से निकलने वाला वेस्ट दिया जाता और वह नियमानुसार इसे नष्ट करते है, पूरी बात को नकारते दिया है।