उज्जैन। धुलेंडी पर्व के एक दिन पहले होली का उत्सव दिखने लगा है। पूर्णिमा पर्व के मौके पर रविवार को शिप्रा नदी किनारे स्थित गार्डन में भक्तों ने राधा-कृष्ण और शिव पार्वती का स्वरूप धारण कर जमकर होली खेली। खास बात यह है कि यहां की होली में अबीर, गुलाल के साथ ही भगवान भोलेनाथ को प्रिय भस्म का भी उपयोग किया गया। भूत-प्रेत की टोली भी होली खेलने पहुंची थी। भगवान के भजनों के साथ नाच-गाने भी हुए। भगवान महाकाल को कई प्रकार के पकवानों का भोग भी लगाया।
शिप्रा नदी किनारे स्थित महाकाल परिसर गार्डन में श्री महाकालेश्वर शयन आरती भक्त मंडल परिवार द्वारा रविवार को होली उत्सव का आयोजन किया गया। इस दौरान राधा कृष्ण के साथ भगवान शिव और पार्वती के रूप में श्रृंगारित होकर आए भक्तों ने जमकर होली खेली। फूलों की पंखुडिय़ों के साथ अबीर गुलाल के अलावा भगवान महादेव को चढऩे वाली भस्म से भी होली खेली गई। भगवान श्री कृष्ण और भगवान महाकाल के भजनों पर परिवार के सदस्यों ने नृत्य किया। वहीं शिव-पार्वती और राधा-कृष्ण ने भी एक दूसरे को रंग, गुलाल लगाका होली का उत्सव मनाया। होली खेलने के लिए बड़ी संख्या में भूत, प्रेत, पिशाच बनकर पहुंचे भक्तों ने भी खूब रंग गुलाल उड़ाया। भजनों के बीच राधा कृष्ण और शिव पार्वती ने नृत्य भी किया। शयन आरती भक्त मंडल के सदस्यों ने परिवार सहित इस अनोखें होली उत्सव में शामिल होकर कई तरह के पकवानों का भोग भी भगवान को लगाया।