चित्तौड़गढ़। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय में प्रताप नगर सेवा केंद्र पर राजयोगी आशा दीदी ने बताया कि ईश्वर सभी धर्म से ऊंचा है और सभी मनुष्य आत्मा एक परमात्मा की संतान है। उन्होंने कहा की दुनिया में कोई भी गाड़ी ड्राइवर के साथ नहीं मिलती है पर भगवान ने शरीर रूपी गाड़ी आत्मा रूपी ड्राइवर के साथ गिफ्ट मिला है। उन्होंने कहा कि आज शरीर रूपी गाड़ी को चलाने के लिए आत्मा रूपी ड्राइवर को पॉजिटिव विचारों का सकारात्मक विचारों का भोजन आवश्यक है। उन्होंने बताया कि ईश्वर को भूलने से आज मतभेद हैं ईश्वर की स्मृति से ही हम सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त करते हैं, ईश्वरी ज्ञान से ही विश्व में राम राज्य की स्थापना होगी। उन्होंने बताया सकारात्मक सोचने का संस्कार जीवन में खुशियां लाता है और आने वाली समस्याओं से परिस्थितियों से कैसे अपने आप को सुरक्षित रखा जाए। राजयोग के माध्यम से हम अपनी खोई हुई शक्तियों को जो की आत्मा का ओरिजिनल संस्कार है शांति प्रेम खुशी धैर्यता नम्रता जैसे गुन की वृद्धि होती जाती है और हम ईश्वर के संग से उनके सत्संग से लाभान्वित होते हैं और औरों को भी लाभान्वित करते हैं। उन्होंने बताया की प्रातः उठते ही 3 मिनट मन बुद्धि को परमात्मा से जोड़ ले प्रातः काल ईश्वरी चिंतन और सकारात्मक चिंतन है हमें ऊंचा उठाता है।