भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र की शुरुआत कल से होने जा रही है। तीन जुलाई को मोहन सरकार का पहला पूर्ण बजट पेश होगा। इस बार करीब तीन लाख 68 हजार करोड़ रुपए से अधिक का बजट हो सकता है। विधानसभा सदस्यों ने मानसून सत्र में 4,287 प्रश्न पूछे हैं। जिसमें 2,108 तारांकित और 2,179 अतारांकित प्रश्न हैं। सर्वाधिक प्रश्न कानून व्यवस्था और बेरोजगारी से जुड़े हुए हैं।
कल से मध्य प्रदेश विधानसभा का 19 दिवसीय मानसून सत्र शुरू होगा। सत्र के हंगामेदार होने के आसार हैं। कांग्रेस ने सरकार को घेरने के लिए नर्सिंग कॉलेज, चुनाव के समय की घोषणाओं को पूरा न करने, अनुसूचित जाति-जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग और महिलाओं के साथ हुई अत्याचार की घटनाओं को प्रमुखता से उठाने की तैयारी की है। सत्तारूढ़ दल भाजपा ने भी पलटवार की तैयारी की है। सभी मंत्रियों से कहा गया है कि वे विभागीय उपलब्धियों के साथ कांग्रेस सरकार के प्रदर्शन को आधार बनाकर अपनी बात दमदारी से रखें।
मोहन सरकार का पहला पूर्ण बजट तीन जुलाई को प्रस्तुत किया जाएगा। सरकार ने तय किया है कि पूर्व से संचालित किसी भी योजना को बंद नहीं किया जाएगा। बजट में लाड़ली बहना, लाड़ली लक्ष्मी, गेहूं पर प्रति क्विंटल 125 रुपये का बोनस, पशुपालकों को पांच रुपये प्रति लीटर प्रोत्साहन राशि, रसोई गैस 450 रुपये में देने अनुदान, किसानों को शून्य प्रतिशत पर कृषि ऋण, छात्रवृत्ति, स्वरोजगार योजनाओं में अनुदान, सिंहस्थ और अधोसंरचना विकास से जुड़े कामों के लिए प्राथमिकता के आधार पर प्रविधान किए जाएंगे।