रतलाम। 26 नवंबर से 2 दिसंबर के मध्य डेफिशियंसी एनीमिया जागरूकता सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है। हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर लसुडिया के सीएचओ राजेन्द्र प्रजापत, एएनएम ममता पाटोदी, आशा और आशा सहयोगी हेमलता शर्मा की उपस्थिति में शिविर का आयोजन किया गया। साथ ही सास-बहू सम्मेलन का आयोजन भी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर किया गया, जिसमें गांव की महिलाओं एवं सास, बहू को एकत्रित कर उन्हें गेम खिलाए गए एवं परिवार नियोजन के बारे में जानकारी दी गई एवं परिवार नियोजन की सेवाऐं प्रदान की गई।
सीएचओ राजेन्द्र प्रजापत ने बताया कि एनीमिया के लक्षणों में शरीर मे थकावट, सांस लेने में परेशानी होने, त्वचा का पीला पड़ना, अनियमित धड़कन, चक्कर आना, हाथ पैरों का ठंडा पड़ जाना, सिर में दर्द होना शामिल है । 6 माह से 5 वर्ष तक के बच्चो को 1 एमएल आयरन सीरप सप्ताह में दो बार के लिए दिया गया। 5 वर्ष से 10 वर्ष तक के बच्चो को हर सप्ताह में एक गुलाबी आयरन गोली तथा 10 से 19 वर्ष के किशोर किशोरियों को हर सप्ताह एक नीली आयरन की गोली, सभी गर्भवती व धात्री माताओ को दैनिक रूप से एक आयरन की लाल गोली दी जाने एवं आयरन की गोली खाना खाने के बाद लेने का परामर्श दिया गया।उन्होने बताया कि जो लोग खाने में हरी सब्जियों और पौष्टिक आहार का सेवन नहीं करते हैं, उन्हें एनीमिया की समस्या से परेशान होना पड़ता है। यदि आपके शरीर में खून की कमी है तो पहले ही टमाटर, चुकंदर एवं गाजर, तिल, चना, दाल, पालक सेवन करें।