भोपाल। मुख्यमंत्री का वीडियो वायरल करने के मामले में स्कूल शिक्षा विभाग ने कर्मचारी नेता उपेंद्र कौशल को कारण बताओ नोटिस दिया है। मामले की जांच शासकीय बालक हायर सेकेंडरी स्कूल स्टेशन क्षेत्र के प्राचार्य को सौंपी गई है। इससे शासकीय शिक्षक संगठन के पदाधिकारी नाराज हैं। उनका कहना है कि डीपीसी नियुक्ति प्रक्रिया, सीएम राइज स्कूल योजना, शिक्षकों की सेवा शर्तों सहित विभिन्न योजनाओं की विसंगतियों की ओर शासन का ध्यान आकर्षित कराने का यह नतीजा है। संगठन के अध्यक्ष राकेश दुबे ने कहा कि कौशल ने कर्मचारियों का प्रतिनिधि होने के अधिकार से मीडिया के माध्यम से इन मुद्दों को उठाया था। जिसे गलत तरीके से प्रस्तुत किया गया है। इससे पहले भी कौशल के खिलाफ शिकायतें हुई हैं, जो जांच में फर्जी पाई गई हैं। उन मामलों में शिक्षक नेता कौशल ने नोटिस का जवाब उचित माध्यम से प्रस्तुत कर दिया है। दुबे ने कहा कि कौशल संगठन के कार्यकारी प्रांताध्यक्ष हैं, उन्होंने अपने दायित्व का निर्वहन किया है। किसी भी कर्मचारी संगठन की सार्थकता इसी में है कि वह विभागीय विसंगतियों की ओर वरिष्ठ अधिकारियों का ध्यान आकर्षित कराकर उनका सकारात्मक समाधान करवाए। इसके बदले विभाग फर्जी शिकायतों को आधार बनाकर अनावश्यक रूप से संगठन के पदाधिकारियों को प्रताड़ित करेगा तो संगठन को मजबूर होकर विभाग की समस्त अनियमितताओं को व्यापक पैमाने पर उजागर करते हुए न्याय के लिये न्यायालय की शरण में जाने के लिए बाध्य होना पड़ेगा ।