रतलाम। आगामी 15 अक्टूबर से शक्ति की भक्ति का पर्व नवरात्र प्रारंभ हो रहा है। इस बार चुनावी आचार संहिता के साये में त्योहार मानेगा जिसको लेकर शहर भर के गरबा पंडाल तैयार या अंतिम दौर में पहुंच गए है। गरबा की जगह-जगह प्रैक्टिस भी की जा रही है। वहीं इधर चुनावी आचार संहिता के चलते इस बार प्रशासन ने माता रानी के गरबे एवं अन्य कार्यक्रम को लेकर रात 10 बजे तक की समय सीमा तय कर दी है।
अन्य बातों को लेकर गुरुवार को नपा सभाग्रह में सीएसपी दुर्गेश आर्मे ने समस्त गरबा मंडलों की बैठक आयोजित की जिसमें एसडीओपी शक्ति सिंह चौहान नायब तहसीलदार प्रशांत जैन सीएमओ दुर्गा बामनिया शहर थाना प्रभारी हरीश जेजूरकर के साथ शहर के सभी गरबा मंडलों के सदस्य तथा डीजे के संचालक एवं प्रचार प्रसार करने वाले तथा अलाउंस करने वाले भी मौजूद रहे।
सीएसपी दुर्गेश आर्मे ने बताया कि नवरात्र का त्यौहार आचार संहिता का पालन करते हुए मनाए गरबो से लेकर किसी भी सांस्कृतिक कार्यक्रम को लेकर कोई रोक-टोक नहीं है सभी तरह की आयोजन रात 10 बजे तक निपटाना होंगे इस बीच यदि कोई शिकायत करता है तो पुलिस व प्रशासन को आचार संहिता का पालन करते हुए कार्रवाई करनी होगी।
नेता नहीं समाज सेवी चलेंगे-
आचार संहिता के बीच नवरात्र के त्यौहार में चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशी स्वयं किसी भी मंदिर पंडाल या गरबा मंडल में अतिथि के रूप में शामिल होने के बजाए आम आदमी की तरह शामिल हो सकेंगे। वह किसी भी प्रकार से चुनाव प्रचार या वोट की मांग नहीं कर सकते है अगर वह फिर भी ऐसा करते हैं तो उन पर आचार संहिता के उल्लंघन को लेकर कार्रवाई की जाएगी साथ ही उस आयोजन का समस्त खर्च प्रत्याशी के चुनाव खर्च में जोड़ दिया जाएगा वहीं अन्य नेताओं अब नेता की बजाय समाजसेवी बनकर ही कार्यक्रम पंडाल में शिरकत करनी होगी।