खरगोन। जिले की गोगावा जनपद के ग्राम कोठां बुजुर्ग के, किसान मदन भाई कुमरावत और उनका परिवार बहुत परंपरागत खेती की बजाय अपनी मेहनत , लगन से नई उन्नत तकनीक से किसानी करते हैं ताकि कम जमीन में ज्यादा से ज्यादा उत्पादन कर अच्छी आय अर्जित कर परिवार खुशहाल रह सके ,लेकिन किसान की किस्मत में खुशहाली कहां? कुछ समय पहले टमाटर का भाव 200 से ढाई सौ रुपए किलो था तो कुछ किसानों को करोड़पति बताकर सारे किसने की स्थिति अच्छी बताने की कोशिशें भी की गई लेकिन अब टमाटर 10 से 12 ₹15 किलो बिक रहा है टमाटर के किसानों का कहना है कि इस भाव में भी फायदा लिया जा सकता है लेकिन टमाटर की फसल पर बीमारी और प्राक्रतिक का प्रकोप होने से फायदा तो दूर लागत भी नहीं निकल रही है उल्टा घाटा उठाना पड़ रहा है तकनीकी खेती में लागत भी बहुत अधिक लगती है इसलिए घटा भी ज्यादा ही होता है अब ऐसी स्थिति में परिवार चलना भी मुश्किल हो रहा है और दूसरी तरफ सरकारें खेती को लाभ का धंधा और किसान की दुगुनी आय की बात करती हैं।