रीवा। जिले में बारिश के कारण भारी मात्रा में धान भींग गई है। धान के पानी से बचाव की उचित व्यवस्था ना करने का असर जिले के कई धान खरीदी केंद्रों पर स्पष्ट दिखाई दे रहा है। रीवा में पिछले तीन दिनों से रुक-रुक कर हो रही बारिश से जिले में हजारों क्विंटल धान बारिश के पानी में भींग गई है। बता दें कि जिला उपार्जन समिति ने समिति प्रबंधकों और खरीदी केंद्र प्रभारियों को धान को बारिश से बचाने की व्यवस्था करने के ना सिर्फ निर्देश दिए थे बल्कि इस संबंध में पत्र भी जारी किए थे ।
लेकिन इसके बावजूद समिति प्रबंधकों ने भारी लापरवाही बरती है और धान को बारिश से बचाने की व्यवस्था नही की है। गुढ़ विधानसभा के बंजारी धान खरीदी केंद्र में भी यही स्थिति देखने को मिली जहां खुले में धान पड़ी है और समिति प्रबंधक गोल मोल जवाब दे रहे हैं। बता दें कि जिले भर में जिन खरीदी केंद्रों में खुले आसमान के नीचे या मैदान में धान की खरीदी की जा रही थी वहां अधिकांश जगहों पर धान बारिश के पानी में भींग गई है।
हनुमान स्वसहायता समिति बंजारी के सर्वेयर राजेश दुबे का कहना है कि ये सब परिवहनकर्ता की गलती है जिसने परिवहन का ठेका तो ले लिया पर गाड़ी नही भेज रहा। ऐसे ही राइस मिलरों ने मिलिंग का ठेका ले लिया पर हमारे पास डीओ नहीं भेज रहे हैं। हाल ही में हुई ट्रक ड्राइवरों की हड़ताल की वजह से परिवहन में समस्या आई थी । जिस वजह से भी परिवहन नहीं हो पाया। हमारे पास तिरपाल की व्यवस्था है जो बिछवा दी जाएगी। हम लोग बार-बार जिला प्रबंधन से बात कर रहे हैं ताकि वो गाडी भेजकर माल उठवा लें । अगर अभी तक धान का परिवहन हो गया होता तो अधिकतम 200 से 400 क्विंटल गल्ला आपको यहां दिखाई देता ।