कसरावद। मंगलवार को नगर के आदर्श मोहल्ले में नौ बहनों का गायत्री परिवार की महिला मंडल द्वारा पुंसवन संस्कार संपन्न कराया गया। इस अवसर पर सभी बहनों को आओ गढ़ें संस्कारवान पीढ़ी पुस्तक, गायत्री चालीसा, गायत्री मंत्र लेखन एवं युग निर्माण पुस्तिका का वितरण कर पुंसवन संस्कार की महत्ता बताई।
महिला मंडल प्रमुख एवं गायत्री शक्तिपीठ की वर्तमान ट्रस्टी माधुरी मुकाती ने इस अवसर पर कहा कि गर्भिणी को गर्भकाल में आदर्श दिनचर्या का पालन करते हुए प्रातः ब्रह्म मुहूर्त में उठकर गायत्री मंत्र की उपासना, सूर्य अर्घ्यदान, गायत्री मंत्र लेखन एवं गायत्री चालीसा का प्रतिदिन करना चाहिए। इसी के साथ सदसाहित्य का अध्ययन, बलीवैश्व यज्ञ, ध्यान, प्राणायाम एवं योगाभ्यास द्वारा गर्भस्थ शिशु के शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक,भावनात्मक एवं आध्यात्मिक गुणों का विकास सहज ही किया जा सकता है।
माधुरी मुकाती ने कहा कि जिस प्रकार अभिमन्यु की माता ने गर्भकाल में ही उसे चक्रव्यूह भेदन की विद्या में निपुण बना दिया था उसी प्रकार प्रत्येक माता यदि नौ महीने तक अच्छे आहार विहार एवं धर्म ग्रंथों के स्वास्थ्य तथा प्रसन्न चित्त रहकर एक स्वस्थ, सुंदर, सुशील एवं श्रेष्ठ संतति के निर्माण में महती योगदान दे सकती है। पुंसवन संस्कार संपन्न कराने में अनीला शर्मा, माया पाटीदार व परिव्राजक रामजी पाटीदार का विशेष सहयोग रहा।