BIG REPORT : इंदौर में कायम रहेगा गेर का 75 साल पुराना नियम, टोरी कॉर्नर गेर से ही होगा आगाज, हिन्द रक्षक की गेर में शामिल होंगे सीएम मोहन, पढे़ खबर 

March 28, 2024, 4:02 pm




इंदौर। रंग-पंचमी की गेर का 75 साल पुराना नियम यथावत रहेगा। प्रशासन ने पहले गेर निकालने के क्रम में बदलाव करते हुए हिन्द रक्षक की गेर को सबसे पहले और टोरी कॉर्नर की गेर को दूसरे नंबर पर निकालने का फैसला किया था। गुरुवार दोपहर कंट्रोल रूम पर हुई मीटिंग के बाद शहर की परंपरा को ध्यान में रखते हुए गेर के क्रम में बदलाव का फैसला वापस ले लिया गया है। अब गेर की शुरुआत टोरी कॉर्नर की गेर से ही होगी। दूसरे नंबर पर मॉरल, तीसरे पर हिन्द रक्षक, चौथे पर संगम कॉर्नर की गेर रहेगी। इस बार हिन्द रक्षक की फाग यात्रा में सीएम डॉ. मोहन यादव भी शामिल होंगे और करीब डेढ़ घंटे तक गेर में रहेंगे। इस दौरान वे मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और विधायक रमेश मेंदोला के साथ संगम कॉनर्र की गेर में भी नजर आएंगे। इंदौर में रंगपंचमी की गेर हर साल सुबह 10.30 बजे टोरी कॉर्नर से निकलती है। मिसाइलों और टैंकरों से ​​​​​ फेंका जाने वाला रंग शहर के लोगों को उत्साह में सराबोर कर देता है। लगातार गेर का क्रम शुरू होता है। इस दौरान तीन नंबर पर हिन्द रक्षक की फाग यात्रा निकलती है। यह अपने आप में आकर्षक और काफी बड़ी होती है। खास बात यह कि इस गेर में हजारों की संख्या में महिलाएं होती हैं। इनकी सुरक्षा खुद आयोजकों के हाथों में होती है। गेर समाप्ति तक यह सुरक्षा बनी रहती है। इस फाग यात्रा में काफी समय लगता है। एक के बाद एक गेर का क्रम रहता है। पहली नंबर पर निकलने वाली गेर 2.30 बजे तक फिर से टोरी कॉर्नर पर आकर खत्म हो जाती है। 12 साल पहले भी बनी थी ऐसी स्थिति टोरी कॉर्नर गेर के आयोजक शेखर गिरी ने बताया कि प्रशासन की मीटिंग में नियम बदलने की बात सामने आई तो मैंने अपनी बात रखी थी। हम 75 सालों पहले नंबर पर गेर निकालते रहे हैं। गिरी के मुताबिक करीब 12 साल पहले भी एक बार ऐसी स्थिति बनी थी। तब हमारी गेर निकलने के बाद गोरा कुण्ड तक पहुंची थी। इस बीच एक पुलिस अधिकारी ने गोरा कुण्ड पर ही गेर को रोकने को कहा। अधिकारी ने दूसरी गेर को पहले निकल जाने की बात कही। तब मैंने कहा था कि मैं तो रुक जाऊंगा लेकिन गेर नहीं रुकेगी। लोग इतने उत्साहित थे कि गेर के क्रम में तब भी बदलाव नहीं हुआ था। बीते चार सालों में दो-तीन अलग ही अनुभव रहे। कोरोना काल में दो साल गेर निकली ही नहीं। 2022 में सड़क निर्माण के चलते रुट छोटा करने से हमने गेर नहीं निकाली। अब एक बार फिर गेर को नंबर एक पर निकालने का फैसला वास्तव में इंदौर की परंपरा का सम्मान है। इसलिए कर रहे थे गेर के क्रम में परिवर्तन दरअसल बदलाव की वजह हिंद रक्षक संगठन के बाद पीछे आने वाली गेर को समय नहीं मिलना बताया गया था। मंत्री कैलाश विजयवर्गीय हर साल कमलेश खंडेलवाल की संगम कॉर्नर गेर में शामिल होते हैं। यह गेर सबसे आखिरी में आती है। पिछली बार इस गेर को दो घंटे देरी हो गई थी। इस दौरान विजयवर्गीय और विधायक रमेश मेंदोला को इंतजार करना पड़ा था। इसकी वजह हिंद रक्षक की गेर का जल्दी आगे नहीं बढ़ना था। इसके चलते इस बार प्रशासन ने हिंद रक्षक की गेर सबसे पहले निकालने का निर्णय लिया था। इस बार भी संगम कॉर्नर की गेर में मंत्री विजयवर्गीय शामिल होंगे। उनके अलावा विधायक रमेश मेंदोला, विधायक सचिन बिरला, विधायक रामेश्वर शर्मा, विधायक मधु गहलोत सहित करीब 12 विधायक गेर में शामिल होने की खबर है।

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