नीमच। आज के बाल वैज्ञानिक आने वाले भारत के भविष्य है। इन्हीं विद्यार्थियों में से कोई कलाम तो कोई कल्पना चावला बनेंगे। बच्चों के मस्तिष्क में कई नये-नये आइडिया होते हैं। यदि उन्हें उचित प्रोत्साहन एवं मार्गदर्शन दिया जाए तो ये बच्चे कई नवीन अविष्कार कर सकते हैं। उक्त विचार स्थानीय डाईट परिसर में आयोजित 02 दिवसीय जिला स्तरीय इंस्पायर अवार्ड विज्ञान प्रदर्शनी में मुख्य अतिथि विधायक दिलीप सिंह परिहार ने व्यक्त किये।
भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा वित्त पोषित एवं मध्य प्रदेश स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित जिला स्तरीय इंस्पायर अवार्ड विज्ञान प्रदर्शनी का आज दिनांक 24.11.22 को विधायक दिलीप सिंह परिहार के मुख्य आतिथ्य में उद्घाटन हुआ। इस अवसर पर विधायक परिहार ने कहा कि गुरू हमेशा तराशने और प्रतिभाओं को घड़ने का महान कार्य करते हैं। भारत प्रारंभ से ही विश्व गुरू रहा है। यहां नालन्दा तथ तक्षशिला जैसे महाविद्यालय संचालित होते थे ऐसे शिक्षा संस्थानो से ही प्रतिभाएं निकलती है। इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी सीके शर्मा ने कहा कि नीमच जिला विज्ञान के क्षेत्र में हमेशा से ही अग्रणी रहा है। यहां से अनेक बाल वैज्ञानिकों ने राष्ट्रीय स्तर पर भागीदारी कर जिले का गौरव बढ़ाया है। इस बार मी यहां के छात्र सफल होंगे।
दो दिवसीय जिला स्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी पीजी कॉलेज के पास डाईट परिसर में संचालित हो रही है। इस प्रदर्शनी में नीमच तथा मंदसौर जिले के विद्यार्थी भाग ले रहे है। नीमच जिले से 87 विद्यार्थी तथा मंदसौर जिले से 17 विद्यार्थी इस प्रकार इस प्रदर्शनी में कुल 104 विद्यार्थी भाग ले रहे है।
इंस्पायर अवार्ड के जिला नोडल अधिकारी प्रलय कुमार उपाध्याय ने बताया कि विषय विशेषज्ञों द्वारा दस प्रतिशत मॉडलो का राज्य स्तर हेतु चयन किया जाएगा। चयनकर्ता विषय विशेषज्ञ प्राध्यापक गिरिराज शर्मा, सहा. प्राध्यापक पंकज रसानिया एवं राष्ट्रीय नवपर्वतन प्रतिष्ठान अहमदाबाद से आए वैज्ञानिक अमित जैन के द्वारा दस मॉडलो का राज्य स्तरीय प्रदर्शनी हेतु चयन किया जाएगा।