बड़वानी। जिले में रबी फसलों की बोनी हेतू खेत तैयार किये जा रहे है। रबी फसलों से अच्छा उत्पादन लेने के लिए कृषि वैज्ञानिकों द्वारा सिफारिश की गई मात्रा अनुसार एवं सभी प्रकार के उर्वरकों यथा नाइट्रोजन, डीएपी, पोटाश, एनपीके- 12ः32ः16, 20ः20ः0ः13, 10ः26ः26, 16ः16ः16, 15ः15ः15 तथा एसएसपी आदि का संतुलित में मात्रा उपयोग करने की सलाह दी गई है । इसके अलावा किसानों को मिट्टी परीक्षण के आधार पर स्वाईल हेल्थ कार्ड भी जारी किये गये हैं। अतः उसमें दी गई सिफारिश अनुसार उर्वरकों का संतुलित उपयोग करें।
उप संचालक कृषि आरएल जामरे से प्राप्त जानकारी अनुसार वर्तमान में जिले की सहकारी क्षेत्र में यूरिया 2974 मे. टन, डीएपी 2108 मे. टन, पोटाश 853 मे. टन, एनपीके काम्लेक्स 1065 मे. टन, सुपर फॉस्फेट 2069 मे.टन, अमोनियम सल्फेट 47 मे. टन, संस्थागत कुल 9116 मे. टन व निजी डीलरों की दुकानों पर यूरिया 1380 मे. टन, डीएपी 353 मे. टन, पोटाश 166 मे. टन, एनपीके काम्लेक्स 844 मे. टन, सुपर फॉस्फेट 2878 मे.टन, अमोनियम सल्फेट 197 मे. टन निजी विक्रेताओं के यहा कुल 5818 मे. टन, इस प्रकार संस्थागत एवं निजी विक्रेताओं के यहा कुल 14936 मे. टन उपलब्ध है। जिले को उर्वरकों की निरंतर आपूर्ति जारी है। किसान भाईयों से अपील की जाती है कि अपनी आवश्यकता अनुसार उर्वरकों का उठाव कर लेवें। जो किसान भाई समितियों में ओवरड्यू या खाताधारक नही है वे अपने क्षेत्र के ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी से संपर्क कर फिलहाल संबंधित सहकारी संस्था के सदस्य बनें व डबल लॉक केन्द्र एवं प्रायवेट डीलर्स से उर्वरक उठाव करें, जिससे नियमित आपूर्ति बनी रहे ।