नीमच। जिले के वरिष्ठ पत्रकार मूलचंद खींची पर दर्ज हुए प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच किये जाने को लेकर पत्रकारों ने एकजुट होकर एक ज्ञापन एसपी कार्यालय पहुंच कर एसपी को सौपा ।
जिला प्रेस क्लब से मिली जानकारी के अनुसार पत्रकार साथी मूलचंद खींची के खिलाफ 17 अप्रैल 2024 को नीमच कैंट थाने पर डॉ रमेश दक की शिकायत पर प्रकरण दर्ज किया गया है, डॉ रमेश दक के आवेदन पर बिना विस्तृत जांच किए ही नीमच कैंट थाने में प्रकरण दर्ज किया गया है, जबकि इस मामले की जांच आवश्यक थी, डॉ रमेश दक डॉक्टरी पेशे से फिलहाल दुरी सी बनाये हुए है और वे लंबे समय से जमीनों की खरीद- फरोख्त में लिप्त है, वर्तमान में विवादित जमीनों की खरीद फरोख्त मामलो में नीमच शहर में उनकी ख्याति है। पत्रकार मूलचंद खींची के अनुसार विवादित जमीनें, सरकारी बंगले और जमीनों पर कब्जे और कथित रजिस्ट्री के कई मामलों की जांच वर्तमान में विभिन्न एजेंसियों के माध्यम से हुई भी है और चल भी रही है। दक भवन अंग्रेजों के व्हाइट हाउस की खरीद फरोख्त का ताजा मामला है। पत्रकार मूलचंद खींची द्वारा समय समय पर डॉ दक की अवैध गतिविधियों के खिलाफ खबरें प्रकाशित की गई थी, खबरों से बौखलाकर व पत्रकार पर दबाव बनाने के लिए डॉ दक ने शिकायती आवेदन पत्रकार के खिलाफ दिया था, जबकि पत्रकार मूलचंद खींची के अनुसार उन्होंने कभी रूपों की मांग डॉक्टर दक से नहीं की, न ही उनकी किसी भी भूमि पर पत्रकार का कब्जा रहा है।
बताया जाता है कि डॉ. रमेश दक की पहले से ही जमीनों के मामलों को लेकर शौहरत रही है और कई बार विवादों में रहे है। डॉ दक से जुड़ी हुई दक भवन, दक प्लॉजा और नीमच के आस-पास की जमीनों की जाच पडताल की जाये तो डॉ रमेश दक के मंसूबे साफ नजर आएंगे कि किस तरह से डॉ. दक पुलिस प्रशासन को गुमराह करते हुए असल मुद्दों को उठाने वाले पत्रकार के खिलाफ षडयंत्र रचकर आबाज को दबाना चाहते है, पत्रकार साथीयों ने मांग की है कि उक्त प्रकरण की विस्तृत जाँच की जाये जिससे दूध का दूध और पानी का पानी हो सके। इस दौरान जिला प्रेस क्लब अध्यक्ष श्याम गुर्जर, विष्णु परिहार, प्रतेश सारड़ा, मुकेश गुप्ता सहित कई पत्रकार मौजूद रहें।